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ब्लड बैंक नहीं बेच सकते खून, ओवर चार्जिंग पर सरकार हुई सख्त

ब्लड बैंक नहीं बेच सकते खून, ओवर चार्जिंग पर सरकार हुई सख्त
  • PublishedJanuary 5, 2024

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के ड्रग कंट्रोलर को चिट्ठी लिख कर निर्देश जारी किया है। सिर्फ इतना ही नहीं, निर्देश में लिखा गया है कि नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूशन काउंसिल द्वारा जारी संशोधित गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए।

जरूरतमंद अब खून के लिए ओवर चार्जिंग के बोझ तले नहीं दब सकेंगे। दरअसल, ब्लड बैंक अब खून नहीं बेच सकेंगे। इसके लिए अब वे केवल प्रोसेसिंग शुल्क ही ले पाएंगे। जी हां, सरकार ने ब्लड बैंक द्वारा ओवर चार्जिंग की शिकायतों पर सख्त रुख अपनाया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देश किए जारी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के ड्रग कंट्रोलर को चिट्ठी लिख कर निर्देश जारी किया है। सिर्फ इतना ही नहीं, निर्देश में लिखा गया है कि नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूशन काउंसिल द्वारा जारी संशोधित गाइडलाइंस का सख्ती से पालन किया जाए।

खून की खरीद फरोख्त की मिल रही हैं शिकायतें

दरअसल, स्वास्थ्य मंत्रालय को पिछले कई समय से खून की खरीद फरोख्त की शिकायतें मिल रही हैं। नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूशन काउंसिल ने साल 2022 में ही द्वारा जारी संशोधित गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं, जिसके तहत ब्लड बैंक खून को बेच नहीं सकते, बस प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं।

ब्लड बैंकों द्वारा अब खून बेचा नहीं जाएगा

केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की ओर से 26 दिसंबर 2023 को जारी लेटर में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ ड्रग्स कंसल्टेटिव कमेटी की 62वीं बैठक हुई। इस बैठक में फैसला लिया गया कि अब खून बेचा नहीं जाएगा।

ये होंगे अब नए नियम

अस्पताल और ब्लड बैंक खून के लिए सिर्फ केवल प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं। खून की कमी या दुर्लभ ब्लड ग्रुप होने पर यह फीस ज्यादा होती है, लेकिन नए नियमों के अनुसार, केवल प्रोसेसिंग फीस ली जाएगी, जो कि करीब 250 से 1550 रुपये के बीच है।