PM मोदी आज प्रगति मैदान में मंत्रिपरिषद की बैठक की करेंगे अध्यक्षता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम प्रगति मैदान में मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। ज्ञात हो, केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक होने जा रही है। जनवरी में केंद्रीय बजट पेश होने से पहले प्रधानमंत्री ने ऐसी बैठक की थी। 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए पिछले बुधवार को प्रधानमंत्री के आवास पर वरिष्ठ भाजपा नेताओं की बैठक के बाद यह बैठक बुलाई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (सोमवार) केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह बैठक राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में होगी। इसी सेंटर में सितंबर में G20 शिखर सम्मेलन बैठक का आयोजन होना है। बता दें भारत इस बैठक की मेजबानी करेगा।
बैठक बेहद अहम
केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक होने जा रही है। जनवरी में केंद्रीय बजट पेश होने से पहले प्रधानमंत्री ने ऐसी बैठक की थी। 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए पिछले बुधवार को प्रधानमंत्री के आवास पर वरिष्ठ भाजपा नेताओं की बैठक के बाद यह बैठक बुलाई गई है। महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद की होने वाली इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है।
फेरबदल की संभावना तेज
दरअसल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार के अपनी पार्टी के कई विधायकों के साथ महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना तेज हो गई है। हिंदुस्थान समाचार की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बात की चर्चा जोरों पर है कि शरद पवार का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ खड़े प्रफुल्ल पटेल को कोई बड़ा पद मिल सकता है।
प्रफुल्ल पटेल राज्यसभा सदस्य हैं। एनसीपी के संस्थापक अध्यक्ष शरद पवार ने सुप्रिया सुले के साथ प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। जाहिर तौर पर पवार के इस कदम का उद्देश्य पटेल को प्रमुख पद पर नियुक्त करके अजित पवार के पर कतरना था।
हालांकि, प्रफुल्ल पटेल अजित पवार के साथ बने रहे। एनसीपी में फूट में उनकी भूमिका निर्णायक थी। शपथ ग्रहण समारोह के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वह अजित पवार के साथ थे। वह 2004 से 2011 तक नागरिक उड्डयन मंत्री और 2011 में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री रहे हैं।
इस पर एनसीपी संस्थापक शरद पवार ने पटेल की भूमिका पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा, मैंने प्रफुल्ल पटेल और एनसीपी सांसद सुनील तटकरे को राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी थीं। सुनील तटकरे भी अजित पवार गुट में शामिल हो गए हैं। उनकी बेटी अदिति तटकरे को भी शिंदे-फडणवीस सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया गया था।
बैठक पर सबकी नजर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार के अपनी पार्टी के कई विधायकों के साथ महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की संभावना को बल मिला है।
संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से
ऐसे में पिछले कुछ दिनों से चल रही केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की चर्चा के बीच नए स्थान पर मंत्रिपरिषद की बैठक पर आज सबकी नजर रहेगी। संसद का मानसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होना है। मानसून सत्र से पहले मंत्रिपरिषद में फेरबदल की चर्चा जोरों पर है।
याद हो, जुलाई 2021 में, कैबिनेट में बड़ा बदलाव हुआ था, जब केंद्र सरकार से 12 मंत्रियों को हटा दिया गया था और 17 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। पिछले फेरबदल के दौरान रविशंकर प्रसाद, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर, रमेश पोखरियाल निशंक और संतोष गंगवार जैसे मंत्रियों को कैबिनेट से हटा दिया गया था।