राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के लिए अनुसंधान एवं विकास का रोडमैप बनकर हुआ तैयार
विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस पर केन्द्रीय नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा 7 अक्टूबर को नई दिल्ली में हरित ऊर्जा स्रोत के रूप में हाइड्रोजन की असीमित संभावनाओं का पता लगाने के लिए अनुसंधान एवं विकास का रोडमैप अनावरण किया गया ।
हरित हाइड्रोजन उत्पादन, भंडारण और परिवहन की दक्षता,विश्वसनीयता एवं लागत-प्रभावशीलता में सुधार के लिए नई सामग्री, प्रौद्योगिकी और अवसंरचना को विकसित करने के लिए 400 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है । यह अनुसंधान एवं विकास कार्यक्रम हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था विकसित करने में तकनीकी बाधाओं एवं चुनौतियों का समाधान करेगा ।
हाइड्रोजन सबसे प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाला तत्व है इसमें हमारे ऊर्जा परिदृश्य में क्रांति लाने, जलवायु परिवर्तन को कम करने तथा स्वच्छ ऊर्जा के साथ हमारी अर्थव्यवस्थाओं को शक्ति प्रदान करने की क्षमता है। प्रख्यात वैज्ञानिक और भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो.अजय कुमार सूद ने कहा कि हरित हाइड्रोजन डीकार्बोनाइजेशन के लिए स्विस नाइफ़ की तरह है। हमारी पहली प्राथमिकता मिशन-मोड परियोजनाओं को पूर्ण को करना होना चाहिए।
नवीकरणीय ऊर्जा सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला ने कहा कि भारत ने सही समय पर हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में प्रवेश किया है , देश हरित हाइड्रोजन के क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए तैयार है। सचिव ने कहा कि हमें कम से कम लागत पर, सर्वोत्तम तरीके से हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम (एनएसडब्ल्यूएस) पर हरित हाइड्रोजन पेज का अनावरण किया गया, जो राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत परियोजनाओं से संबंधित सभी अनुमोदन प्राप्त करने के लिए उद्योग को सिंगल विंडो प्रदान करेगा।
उन्होंने ने कहा कि हमें 2070 तक नेट जीरो तक पहुँचना है, जिसके लिए प्रमुख क्षेत्रों को पूरी तरह से डीकार्बोनाइज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने भारत के हाइड्रोजन-संचालित भविष्य पर प्रकाश डाला और कहा कि हाइड्रोजन सिर्फ एक ईंधन नहीं है, बल्कि एक गेम चेंजर और स्वच्छ और दीर्घकालिक भविष्य की कुंजी है।
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अजय यादव ने बताया कि राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत सभी योजनाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है , हाइड्रोजन हब की योजना शुरू होने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि इस्पात, शिपिंग और सड़क परिवहन क्षेत्रों में पायलट परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं । राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का कार्यान्वयन देश को हाइड्रोजन संचालित भविष्य की ओर ले जा रहा है, जो ऊर्जा परिदृश्य में क्रांतिकारी कदम साबित होगा।
विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस के बारे में :
विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस एक वैश्विक पहल है,आपको बता दें कि विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को मनाया जाता है ।
जिसका उद्देश्य ईंधन सेलों की बहुउपयोगी प्रौद्योगिकी के साथ-साथ स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा स्रोत के रूप में हाइड्रोजन के बारे में जागरूकता और समझ को बढ़ावा देना है। यह दिन जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता की गंभीर चुनौतियों को संबोधित करने में हाइड्रोजन और ईंधन सेलों की क्षमता को स्वीकार करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।