फिल्म के लिए शाहिद कपूर ने मुंडवाया सिर, हुए थे गंजे, फिर भी डायरेक्टर ने नहीं दिया 1 भी रुपया!
नई दिल्ली. शाहिद कपूर ने अपने 23 साल के करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी. वह आज भी फिल्मी दुनिया में बेहद जोशिले एक्टर के रुप में देखे जाते हैं. यूं तो वह अपने करियर के शुरुआती दिनों में बतौर चॉकलेटी हीरो के अंदाज में अपनी छवि बनाई थी. लेकिन साल 2014 को रिलीज हुई उनकी फिल्म ‘हैदर’ उनकी छवि को बदल कर उन्हें एक नया अवतार दिया, जो बेहद डरावना लेकिन उम्दा था. फिल्म रिलीज के 9 साल बाद शाहिद ने हैदर की कास्टिंग से संबंधित कुछ ऐसे खुलासे किये हैं, जिसे लेकर वह खबरों में हैं.
आपको बता दें कि ‘हैदर’ फिल्म विलियम शेक्सपियर के ‘हैमलेट’ का रूपांतरण है. इस फिल्म को विशाल भारद्वाज ने निर्देशित किया था. इस फिल्म में शाहिद ने अपनी शानदार एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीत लिया था. हर किसी ने उनके लुक और एक्टिंग की खूब तारीफें की थी.
‘हैदर’ के लिए नहीं मिली कोई फीस
‘पिंकविला’ से बात करते हुए शाहिद ने खुलासा किया कि उन्होंने ‘हैदर’ के लिए कोई फीस नहीं थी. यह उनकी पहली ऐसी फिल्म थी, जिसके लिए उन्हें फीस के तौर पर एक रुपया भी नहीं मिला. रिपोर्ट के अनुसार, शाहिद ने कहा कि यह उनके द्वारा निभाया गया अब तक का ‘सबसे मुश्किल’ और ‘चुनौतीपूर्ण’ किरदार है. शाहिद ने कहा कि अगर दोबारा मौका मिला तो फिर से ऐसी फिल्म करेंगे.
डायरेक्टर ने रखी थी शर्त
आगे शाहिद कपूर ने भी खुलासा किया कि वह उनकी अकेली फिल्म है, जिसे उन्होंने फ्री में की है. इस बारे में बताते हुए शाहिद ने विशाल भारद्वाज के साथ अपनी बातचीत को याद किया. शाहिद ने आगे बताया कि जब विशाल भारद्वाज ने उसे क्या कहा था वह इस फिल्म के राजी हो गए. शाहिद ने कहा, विशाल ने उनसे कहा कि मैं एक फिल्म बनाने जा रहा हूं और इसके हमें आपके जीवन के पांच महीने चाहिए और मैं चाहता हूं कि आप इसके लिए अपना सिर मुंडवा लें और गंजा हो जाएं. हालांकि हम आपको फीस नहीं दे सकते. डायरेक्टर की बात सुनकर शाहिद ने कहा ‘और आप क्या सोचते हैं कि मैं ऐसा करूंगा ? . विशाल सर ने मेरी ओर देखा और कहा, ‘क्योंकि यह हैमलेट है और मैं इसे बना रहा हूं’, इसके बाद उन्होंने मुझे समझाया और इसके बाद शाहिद इस फिल्म को करने के लिए तैयार हुए. यदि उन्होंने इसके लिए फीस से भरी हुई है तो वे फिल्म बनाने का जोखिम नहीं उठा सकते.