कोई भी आपको सोने के लिए मजबूर नहीं करता…’ नीना गुप्ता के बयान से मची खलबली, फिर चर्चे में कास्टिंग काउच?
नई दिल्ली. नीना गुप्ता (Neena Gupta) आजकल अपकमिंग फिल्म ‘मेट्रो… इन दिनों’ (Metro In Dino) को लेकर खबरों में हैं. अनुराग बसु (Anurag Basu) द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आदित्य रॉय कपूर, सारा अली खान, अनुपम खेर, पंकज त्रिपाठी, कोंकणा सेन शर्मा ,अली फजल और फातिमा सना शेख जैसे कलाकार शामिल हैं. आने वाली ये फिल्म अगले साल मार्च में रिलीज होगी. हालांकि फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर हिट बनाने के लिए सितारे लगातार फैंस के बीच जाकर फिल्म का प्रमोशन कर रहे हैं. इसके साथ ही वे अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को लेकर खूब सारी बातें भी शेयर कर रहे हैं.
इन्हीं सब के बीच नीना गुप्ता का एक पुराना इंटरव्यू काफी सुर्खियां बटोर रहा है, जिसमें उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच के मुद्दे अपना विचार साझा किया था. हालांकि अब उन्हें अपने उस पूराने बयान को लेकर सोशल मीडिया पर काफी अलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि साल 2021 के एक इंटरव्यू में नीना ने कहा था कि किसी भी न्यू कमर एक्ट्रेस को फिल्म की भूमिका के लिए किसी के साथ सोने के लिए ‘मजबूर’ नहीं किया जाता है. यह पूरी तरह से उन पर निर्भर करता है कि वे कितना समझौता करना चाहते हैं.
जानिए क्या कहा था नीना ने
उन्होंने इंडस्ट्री में आए नए कलाकारों को एक खास सलाह देते हुए एनडीटीवी की एक वीडियो इंटरव्यू में बताया था. उन्होंने कहा था, ‘यहां, कोई भी आपको किसी के साथ सोने के लिए मजबूर नहीं करता है. यह आपको ही तय करना है कि आप कितना समझौता करना चाहते हैं. यह बहुत सरल है. यदि आप ‘नहीं’ कहते हैं, तो 10 अन्य लड़कियां ‘हां’ कहने को तैयार हैं. यह जरूरी नहीं है कि आप उनके साथ सोएं और वे आपको कोई रोल दे दें. वे आपको भीड़ में कहीं एक छोटी सी भूमिका दे सकते हैं. यह बिजनेस है. ये आपकी च्वॉइस है’.
नीना के इस बयान करीब 2 साल बाद अब सोशल मीडिया पर आग लगा रही है. उनके इस बयान पर नेटिजन्स दो भागों में बंट गए हैं. कोई उनके विचारों को ‘बीमार मानसिकता’ करार दे रहा है तो कोई उनके कास्टिंग काउच की तुलना घरेलू हिंसा से कर रह रहा है. नेटिजन्स उनके वीडियो को अपने-अपने अकाउंट पर शेयर कर सोशल मीडिया पर उनकी क्लास लगा रहे हैं.
वायरल हो रहे उनके वीडियो पर एक यूजर ने लिखा, “आपने मेरे लिए सारा सम्मान खो दिया है.” एक अन्य ने कहा, “क्या उन्होंने कास्टिंग काउच की तुलना घरेलू हिंसा से की? विश्वास नहीं हो रहा कि बिना शादी के बच्चा पैदा करने और फिर भी ऐसे प्रतिगामी विचार रखने वाली किसी को अपने समय में प्रगतिशील कैसे माना जा सकता है. ऐसा लग रहा कि मसाबा को अपने ‘फुट इन माउथ मोमेंट’ का एहसास होगा.”