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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्य बनाने का पुर्तगाल ने किया समर्थन

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को स्थायी सदस्य बनाने का पुर्तगाल ने किया समर्थन
  • PublishedSeptember 21, 2023

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए पुर्तगाल के राष्ट्रपति ने कहा कि पुर्तगाल ने भारत और ब्राजील जैसे देशों को स्थायी सदस्य बनाने का समर्थन दिया है और यह निर्णय होना चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत की स्थायी सदस्यता को लेकर पुर्तगाल के राष्ट्रपति मार्सेलो रेबेलो डी सूसा ने समर्थन किया है। इसके अलावा पुर्तगाल ने ब्राजील की स्थायी सदस्यता का भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत और ब्राजील जैसे देशों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

तुर्किये भी बना भारत की दावेदारी का समर्थक

वहीं इससे पहले तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भी सुरक्षा परिषद के लिए भारत की दावेदारी को समर्थन किया। हालांकि एर्दोगन ने एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करते हुए पुर्तगाल के राष्ट्रपति ने कहा कि पुर्तगाल ने भारत और ब्राजील जैसे देशों को स्थायी सदस्य बनाने का समर्थन दिया है और यह निर्णय होना चाहिए।

वित्तीय संस्थानों में सुधार का किया आह्वान

इसी के साथ उन्होंने वित्तीय संस्थानों में सुधार का आह्वान किया और कहा कि ये संस्थाएं समानता और न्याय के साथ सतत विकास के लिए वित्तीय सहायता देने में अक्षम हैं। गरीब देशों पर अमीरों को प्राथमिकता मिलती है। उन्होंने कहा कि पुर्तगाल संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र को सम्मान करता है।

वैश्विक व्यवस्थाओं में सुधार का मुद्दा उठाता रहा है भारत

पुर्तगाल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ संघर्ष का समर्थन करता है और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए डीकार्बोनाइजेशन को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। उल्लेखनीय है कि वैश्विक व्यवस्थाओं में सुधार का मुद्दा भारत और भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार वैश्विक मंचों पर उठाते रहे हैं।

तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन ने भी भारत की दावेदारी का किया था समर्थन

इससे पहले तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भी सुरक्षा परिषद के लिए भारत की दावेदारी को समर्थन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश को सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाए जाने पर उनके देश को गर्व होगा।