आईआईएम बेंगलूर के अध्ययन में जल जीवन मिशन की 2.82 करोड़ व्यक्ति-वर्ष रोजगार सृजन क्षमता का आकलन किया गया है
रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की कल्पना के अनुसार, जल जीवन मिशन लोगों को स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों में सुधार सहित कई तरीकों से लाभान्वित कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) के तकनीकी सहयोग से आईआईएम-बेंगलूर द्वारा किए गए एक अध्ययन में, जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन क्षमता का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। यहां जारी एक अध्ययन रिपोर्ट ने जेजेएम की 2.82 करोड़ व्यक्ति-वर्ष रोजगार की अपार रोजगार सृजन क्षमता का अनुमान लगाया है।
2.82 करोड़ व्यक्ति-वर्ष रोजगार के अनुमानित सृजन में जेजेएम के निर्माण चरण के दौरान 59.93 लाख व्यक्ति-वर्ष का प्रत्यक्ष रोजगार और पाइप, वाल्व तथा पंप आदि जैसी सामग्रियों के उत्पादन में लगी जनशक्ति के माध्यम से देश में अतिरिक्त 2.22 करोड़ व्यक्ति-वर्ष का अप्रत्यक्ष रोजगार शामिल है। सृजित प्रत्यक्ष रोजगार का लगभग 40 प्रतिशत यानी, 23.8 लाख व्यक्ति-वर्ष, इंजीनियरों, प्रबंधकों, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक और केमिस्ट आदि की भागीदारी के कारण होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त, 11.84 लाख हर साल संचालन और रख-रखाव (ओ एंड एम) चरण के दौरान प्रत्यक्ष रोजगार के व्यक्ति-वर्ष का अनुमान लगाया गया है।