केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह का सिविल सेवकों के लिए योग्यता आधारित क्षमता निर्माण का आह्वान
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज सिविल सेवकों के लिए योग्यता आधारित क्षमता निर्माण का आह्वान किया।
नई दिल्ली में भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए) में क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) द्वारा आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, क्षमता निर्माण निरंतर चलने वाला अभ्यास है और सरकार में सीबीसी के होने का निर्णय अपने आप में क्षमता निर्माण प्रक्रिया की दिशा में उठाया गया कदम है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के निर्माण के विजन के अनुरूप है। सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक (एनएससीएसटीआई) फ्रेमवर्क प्रशिक्षण संस्थानों द्वारा सिविल सेवकों के कौशल और क्षमताओं को संवर्धित करने के लिए एकीकृत और मानकीकृत दृष्टिकोण अपनाने, अधिक प्रभावी और जवाबदेह प्रशासन को प्रोत्साहन देना सुनिश्चित करते हुए मिशन कर्मयोगी के अनुरूप बनाया गया है। 18 जुलाई 2022 को एनएससीएसटीआई प्लेटफ़ॉर्म और इसके उत्कृष्टता के 8 स्तंभ लॉन्च और प्रकाशित किए गए।
इस अवसर पर, डॉ. जितेंद्र सिंह ने स्मार्ट, नागरिकों के अनुकूल और भविष्य के लिए तत्पर सार्वजनिक कार्यबल को प्रोत्साहन देने के लिए मिशन कर्मयोगी से संबंधित छह उप-समिति रिपोर्ट जारी की। ये रिपोर्टें सीबीसी, उप-समिति के सदस्यों, विशेषज्ञों और सीएसटीआई के अनेक सदस्यों के महीनों के सहयोगपूर्ण प्रयासों, 19 जून 2023 को प्रधानमंत्री की उपस्थिति में आयोजित राष्ट्रीय प्रशिक्षण कॉन्क्लेव के दौरान पैनल चर्चा के बाद सामने आईं, जिसमें अनेक बातों के अलावा एनएससीएसटीआई (सिविल सेवा प्रशिक्षण संस्थानों के लिए राष्ट्रीय मानक) पोर्टल पर अधिक सीएसटीआई पंजीकृत करने और मान्यता की प्रक्रिया को बढ़ाने पर बल दिया गया।