पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ : उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई को वन महोत्सव, 35 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य
यूपी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा, “राज्य के कुल हरित क्षेत्र को वर्तमान में 9% से बढ़ाकर 2026-27 तक 15% करने के लिए, अगले पांच वर्षों में पौधारोपण स्थलों की जियो-टैगिंग के साथ 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे।” 22 जुलाई को राज्य ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ’ (पेड़ लगाओ और बचाओ) के संदेश के साथ ‘वन महोत्सव’ मनाएगा। सीएम ने कहा कि 2027 तक राज्य में हरित आवरण 15% होगा और यह जनभागीदारी से होगा।
उत्तर प्रदेश में 22 जुलाई को वन महोत्सव मनाया जाएगा। वन महोत्सव के तहत 35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं यूपी सरकार पांच वर्षों में कुल 175 करोड़ पौधे लगाएगी। वन महोत्सव कार्यकार्म के तहत 22 जुलाई को प्रदेश में 30 करोड़ पौधे लगाये जायेंगे जबकि 15 अगस्त को 5 करोड़ पौधे और लगाए जाएंगे।
राज्य के कुल हरित क्षेत्र को 15% करने का लक्ष्य
दरअसल यूपी के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद सीएम योगी ने कहा, “राज्य के कुल हरित क्षेत्र को वर्तमान में 9% से बढ़ाकर 2026-27 तक 15% करने के लिए, अगले पांच वर्षों में पौधारोपण स्थलों की जियो-टैगिंग के साथ 175 करोड़ पौधे लगाने और संरक्षित करने होंगे।” 22 जुलाई को राज्य ‘पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ’ (पेड़ लगाओ और बचाओ) के संदेश के साथ ‘वन महोत्सव’ मनाएगा। सीएम ने कहा कि 2027 तक राज्य में हरित आवरण 15% होगा और यह जनभागीदारी से होगा।
‘माता भूमि पुत्रो अहं पृथिव्या’ की भावना से पौधारोपण
ऐसे में इस वर्ष ‘माता भूमि पुत्रो अहं पृथिव्या’ (पृथ्वी मेरी माता है मैं उसकी संतान हूं) की भावना के साथ पौधारोपण किया जाएगा। जब 30 करोड़ पौधे परिपक्व होंगे तो वे 6774 करोड़ लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे। वन विभाग के एक प्रेस बयान के अनुसार, इन पेड़ों से 17.66 लाख मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड पृथक्करण भी होगा।
पौधारोपण स्थलों की होगी जियोटैगिंग
सीएम योगी ने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश ने पिछले 6 वर्षों में 131 करोड़ से अधिक पौधे लगाए। इस वर्ष 35 करोड़ पौधे रोपित किये जायेंगे तथा पौधारोपण स्थलों की जियोटैगिंग कराई जाय। प्रत्येक गांव में कम से कम 1,000 पौधे लगाने का प्रयास किया जाना चाहिए। साथ ही 15 अगस्त को एक साथ 5 करोड़ पौधे लगाने की तैयारी करें।
राज्य की नर्सरियों में न्यूनतम 5 फीट ऊंचाई वाले 54 करोड़ पौधे तैयार हैं। किसानों के लिए ‘खेत पर मेढ़, मेढ़ पर पेड़’ कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाएगा, जहां किसान अपने खेतों की सीमा पर व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य पौधे लगाकर तीन साल में ₹50,000 तक कमा सकते हैं।
राज्य में 6 वर्षों से चल रहा कार्यक्रम
बता दें कि पिछले 6 वर्षों में जन सहयोग से 131 करोड़ से अधिक पौधे लगाये गये हैं। 2017-18 में 5.72 करोड़ से अधिक पौधे लगाए गए, 2018-19 में 11.77 करोड़ पौधे लगाए गए, इसके बाद 2019-20 में 22.60 करोड़ और 2020-21 में 25.87 करोड़ पौधे लगाए गए। 2021-22 में 30.53 करोड़ पौधे लगाए गए और 2022-23 में यह आंकड़ा 35.49 करोड़ हो गया।
प्रदेश में हर स्तर पर होगा पौधरोपण
ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान के चारों ओर वृक्षारोपण किया जाना चाहिए। ग्राम पंचायत स्तर पर कम से कम 1000 पौधे रोपित किये जायें। अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे गौशालाओं में पौधे लगवाएं और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगवाएं। उन्हें निर्देश दिया गया कि अभियान में निजी क्षेत्र, गैर सरकारी संगठनों और धार्मिक/सामाजिक संगठनों को शामिल किया जाना चाहिए। इसके अलावा स्कूल, ग्रामपंचायत, ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान, गौशालाओं, मनरेगा) के तहत, ‘मुख्यमंत्री कृषक वृक्ष धन’ योजना, निजी खेत के मेड़ों पर पौधारोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है।