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देश भर में बारिश से कैसा है हाल, IMD महानिदेशक ने ताजा हालातों पर दिया बयान

देश भर में बारिश से कैसा है हाल, IMD महानिदेशक ने ताजा हालातों पर दिया बयान
  • PublishedJuly 12, 2023

अभी स्थिति ऐसी बनी है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और मानसून सर्कुलेशन के बीच इंटरेक्शन होते हुए पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश हो रही थी, जिसमें फिलहाल कमी आई है। वहीं अगले 2 दिनों के दौरान और उसके बाद मध्य प्रदेश में भी बारिश में कमी आई है।

मानसून जिस तरह से देश भर में कहर बरपा रहा है उसके बाद हर किसी की नजर सिर्फ मौसम से जुड़ी खबरों पर हैं। इसी क्रम में राज्यों में कहां बारिश में कमी आएगी और कहां तेज होगी, इस पर भारत मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने स्थिति स्पष्ट की है।

पूर्वोत्तर भारत में भारी वर्षा में आई कमी

उन्होंने बताया कि अभी स्थिति ऐसी बनी है कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और मानसून सर्कुलेशन के बीच इंटरेक्शन होते हुए पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश हो रही थी, जिसमें फिलहाल कमी आई है। वहीं अगले 2 दिनों के दौरान और उसके बाद मध्य प्रदेश में भी बारिश में कमी आई है।

उत्तराखंड में भारी वर्षा की संभावना

आगे जोड़ते हुए उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में भारी वर्षा का कोई पूर्वानुमान नहीं है, लेकिन इस बीच उत्तराखंड में आज (बुधवार) 12 जुलाई 2023 को भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। इसी के साथ उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी भारी से भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की।

गौरतलब हो, इस संबंध में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम में भारी से बहुत भारी वर्षा की गतिविधि जारी रहने की संभावना है।

वहीं, भारत मौसम विभाग के महानिदेशक ने दिल्ली की स्थिति की बात करते हुए कहा, यहां भी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और मानसून सर्कुलेशन में इंटरेक्शन का प्रभाव ज्यादा देखने को नहीं मिल रहा है। हालांकि उन्होंने कहा कि एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन दिल्ली के आसपास के एरिया जैसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान के इलाकों में रह सकता है। उन्होंने इसके प्रभाव में हर दिन एक हल्की रिमझिम वर्षा या मध्यम वर्षा का संभावना व्यक्त की है।

देश में अभी तक का मानसून रहा अच्छा

देश भर में वर्षा की बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में अभी तक का मानसून अच्छा रहा है। उन्होंने बताया कि 1 जून 2023 से 11 जून 2023 तक लगभग 2 प्रतिशत औसत से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसी अवधि में पूरे देश में पूर्वी भारत को छोड़कर लगभग पूरे देश में वर्षा हुई है।

उल्लेखनीय है कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मानसून को लेकर 12 जुलाई 2023 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार में भारी बारिश की संभावना है, जबकि अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कहीं-कहीं अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही दक्षिण भारत के राज्यों में भी बादल बरसने का अनुमान है।

आगामी दिनों में कैसी रहेगी स्थिति ?

आईएमडी ने अगले दो दिनों के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर और बिहार में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है।

देश भर में सामान्य वर्षा की संभावना

केवल इतना ही नहीं आईएमडी ने अगले चार दिनों के दौरान उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना भी व्यक्त की है। मौसम विभाग ने कहा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा को छोड़कर देश भर में सामान्य वर्षा की संभावना है।

यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार जारी

वहीं दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी का सिलसिला लगातार जारी है। यमुना पिछले तीन दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बुधवार सुबह 8 बजे दिल्ली में पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर 207.25 मीटर तक पहुंच गया।

दिल्ली में बाढ़ का खतरा

ऐसे में अगर यमुना नदी का जलस्तर 207.49 मीटर पहुंच जाता है तो दिल्ली में बाढ़ का खतरा हो सकता है। बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी में खतरे के निशान का जलस्तर 205.33 मीटर है। यमुना खादर के इलाकों में रहने वालों की मुसीबतें बढ़ गई हैं। यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में घरों के अंदर पानी भर गया, जिस वजह से लोगों ने घर खाली कर दूसरी जगह जाना शुरू किया है।