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भारत की G20 की अध्यक्षता में बेंगलुरु में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था क्षेत्र के प्रतिनिधियों की चौथी बैठक आज

भारत की G20 की अध्यक्षता में बेंगलुरु में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था क्षेत्र के प्रतिनिधियों की चौथी बैठक आज
  • PublishedJuly 6, 2023

बैठक का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था की हिस्सेदारी को बेहतर बनाना है। इसके लिए अंतरिक्ष एजेंसियों के प्रमुखों की राउंड टेबल मीटिंग, पैनल चर्चाएं, द्विपक्षीय बैठकें और एक पूर्ण सत्र आज आयोजित किया जाएगा।

भारत की G20 की अध्यक्षता के हिस्से के रूप में, स्पेस इकोनॉमी लीडर्स मीटिंग का चौथा संस्करण आज, 6 जुलाई 2023 को बेंगलुरु में शुरू होगा। दो दिवसीय बैठक में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था, अंतरिक्ष एजेंसियों की जिम्मेदारियों और अंतरिक्ष अभियानों के गठबंधन पर चर्चा होगी।

क्या है बैठक का लक्ष्य ?

बैठक का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था की हिस्सेदारी को बेहतर बनाना है। इसके लिए अंतरिक्ष एजेंसियों के प्रमुखों की राउंड टेबल मीटिंग, पैनल चर्चाएं, द्विपक्षीय बैठकें और एक पूर्ण सत्र आज आयोजित किया जाएगा।

उद्घाटन समारोह में कौन होंगे शामिल ?

आज उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विदेश और शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह, इसरो के अध्यक्ष सोमनाथ एस, IN-SPACe के अध्यक्ष डॉ. पवन गोयनका, G20 शेरपा अमिताभ कांत उपस्थित रहेंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे आयोजित

वहीं नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के सारस्वत, भारतीय अंतरिक्ष संघ के अध्यक्ष जयंत पाटिल, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री महासंघ के अध्यक्ष क्लेटन मावरी, रेडियो संचार ब्यूरो के प्रमुख मारियो मैनिसविक्ज और ओईसीडी अंतरिक्ष मंच के प्रमुख क्लेयर जॉली पूर्ण सत्र के दौरान स्पीकर होंगे। विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के लिए भारत की संस्कृति और परंपरा का प्रतिनिधित्व करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

अंतरिक्ष गतिविधियों और अंतरिक्ष उद्योगों की क्षमताओं को किया जाएगा प्रदर्शित

इस अवसर पर भारत की अंतरिक्ष गतिविधियों और अंतरिक्ष उद्योगों की क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। वहीं दूसरे दिन प्रतिनिधियों को घूमने के लिए भी ले जाया जाएगा। उपग्रह प्रक्षेपण वाहनों और अंतरिक्ष यान के लिए बनाए जा रहे मिश्र धातु संरचनाओं और टैंकेजेज पर काम देखने के लिए प्रतिनिधि एचएएल का दौरा करेंगे। वे भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम में योगदान देने वाले निजी उद्योगों का भी दौरा करेंगे।