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एस.वाई.एल की मीटिंग से पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान को कैप्टन की अनुभवी सलाह

एस.वाई.एल की मीटिंग से पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान को कैप्टन की अनुभवी सलाह
  • PublishedOctober 14, 2022

-कहा स्पष्ट रहो कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य को देने के लिए एक भी बूंद नहीं
पटियाला-पूर्व मुख्यमंत्री एंव सीनियर भाजपा नेता कैप्टन अमरिदंर सिंह ने वीरवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को सतलुज-यमुना लिंक नहर के मुद्दे पर अपनी स्पष्टता पर डटने की सलाह दी है। गौर हो कि शुक्रवार को हरियाणा के संबंधित अधिकारियों व नेताओं के साथ मिलकर इस संबध में शुक्रवार को सतलुज-यमुना लिंक नहर को लेकर विचार किया जाना है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वष्ट शब्दों में कहा है कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य को देने के लिए पानी की एक बूंद भी नहीं है, इसलिए एस.वाई.एल के मुद्दे पर होने वाली बैठक दौरान वे पंजाब की ओर से स्पष्ट करें कि पानी के मुद्दे पर किसी को किसी तरह की अस्पष्टता न रहे। भविष्य में इस प्रकार का कोई सवाल न रहे, जो पंजाब के अधिकार के लिए महंगा साबित हो। पूर्व मुख्यमंत्री एंव भाजपा नेता कैप्टन अमरिदंर सिंह ने साफ तौर पर कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को स्पष्ट होना पड़ेगा कि पंजाब के पास इस समय किसी अन्य को देने के लिए पानी की एक बूंद भी अतिरिक्त नहीं है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान को अपनी अनुभव भरपूर सलाह में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उम्मीद प्रकट की है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब की जमीनी हकीकत से भलि प्रकार से परिचित हैं, कि पंजाब पहले से पानी के संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पास हरियाणा सहित किसी भी अन्य राज्य को अतिरिक्त पानी देने पर कोई सवाल ही पैदा नहीं होता।
कैप्टन अमरिदंर सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री रहते पंजाब के पानी को दूसरे राज्यों को देने से बचाने के लिए साल 2004 में एतिहासिक जल बांट समझौता रद करने वाला एक्ट बनाया था, अन्यथा पंजाब अभी तक पूरी तरह से बंजर हो जाता।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को यमुना के पानी का मुद्दा प्रभावशाली एंव जोरदार तरीके से उठाने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का पंजाब के पानी पर कोई रिपेरीयन अधिकार नहीं है। जिस पानी पर हरियाणा अपना दावा कर रहा है, ताजेवाला हैराज द्वारा आने वाले यमुना के पानी पर हरियाणा का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि यमुना के पानी को पंजाब व हरियाणा के बीच 60-40 के अनुपात से स्रोत की बांट की गई थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात से पहले उन्हें विश्वास में लेना चाहिए था। मुख्यमंत्री मान पूरे पंजाब की अध्यक्षता पानी के मुद्दे पर करेंगे और प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति इस बात की उम्मीद करेगा कि मुख्यमंत्री मान प्रदेश के महत्वपूर्ण मुद्दे को किस तरह से देखते हैं एंव इसकी रक्षा किस तरह से करते हैं। ये बात कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को शुक्रवार को होने वाली बैठक के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कही।