शहीद- ए- आज़म भगत सिंह के जन्म दिन के मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा शहीद- ए- आज़म भगत सिंह राज्य युवा पुरुस्कार देने का ऐलान
चंडीगढ़, – सितम्बरः-पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के जन्म दिन के मौके पर अहम ऐलान करते हुये पिछले कई सालों से रुके शहीद- ए- आज़म भगत सिंह राज्य युवा पुरुस्कार को फिर शुरू का फैसला किया है। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर युवा सेवाएं विभाग ने पुरुस्कार के लिए राज्य के नौजवानों से आवेदन-पत्र माँगे हैं।
पंजाब के खेल और युवा सेवाएं मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज शहीद भगत सिंह के जन्म दिन के मौके पर इस फ़ैसले के लिये मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि नौजवानों को राज्य के विकास में हिस्सेदार बनाने और उनको सशक्तिकरण के लिए कई सालों से रुके इस पुरुस्कार को फिर शुरू करने का ऐलान किया गया है। राज्य सरकार शहीद- ए- आज़म भगत सिंह की सोच को आगे ले जाने और नौजवानों को राज्य के नेतृत्व के लिए तैयार करने के लिए निरंतर कोशिशें कर रही है जिसके निष्कर्ष के तौर पर यह बड़ा फ़ैसला लिया गया है।
मीत हेयर ने आगे बताया कि पुरुस्कार के लिए योग्य नौजवान युवा सेवाएं विभाग के पास 30 नवंबर तक ओवदन कर सकते हैं। इसके बाद विभाग इनकी जांच करके सबसे काबिल और सर्वोत्तम मेरिट वाले हर जिले में से 2 नौजवानों जिनकी उम्र 15 से 35 साल के दरमियान हो, का चयन किया जायेगा। राज्य में से कुल 46 नौजवानों को यह पुरुस्कार दिया जायेगा। इस पुरुस्कार में 51 हज़ार रुपए की नगद राशि, एक मैडल, एक स्क्रोल, एक ब्लेज़र और एक सर्टिफिकेट के साथ सम्मानित किया जायेगा। नौजवानों को यह पुरुस्कार शहीद भगत सिंह के शहीदी दिवस 23 मार्च मौके पर दिए जाएंगे।
युवा सेवाएं मंत्री ने आगे बताया कि शहीद- ए- आज़म भगत सिंह राज्य युवा पुरुस्कार देने की शुरुआत 1985 में से गई थी परन्तु यह अवार्ड कई सालों से नहीं दिया गया। इस अवार्ड के लिए युवा कल्याण गतिविधियों, एन. सी. सी., एन. एस. एस., सामाजिक सेवाएं, सभ्याचार गतिविधियों, खेल, ट्रेकिंग, राष्ट्रीय एकता, खूनदान, नशों के विरुद्ध जागरूकता, शैक्षिक योग्यता, बहादुरी के कारनामे, स्काउट्स और गाईडिंग और साहसी गतिविधियों में हिस्सा लेने वाले नौजवानों में से उनकी मेरिट अनुसार चयन करके यह अवार्ड दिया जायेगा।