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देश के अलग-अलग राज्यों में हुईं सड़क दुर्घटनाओं में 12 की मौत, कई घायल

देश के अलग-अलग राज्यों में हुईं सड़क दुर्घटनाओं में 12 की मौत, कई घायल
  • PublishedJanuary 13, 2025

देश के विभिन्न राज्यों में हुईं सड़क दुर्घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई। जहां उत्तराखंड के पौड़ी में बस के खाई में गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं राजस्थान के पाली में स्कार्पियो पलटने से 2 लोगों को जान गंवानी पड़ी। इसी तरह, राजस्थान के श्रीगंगानगर में बस और बोलेरो की टक्कर में 3 लोगों की मौत हो गई और हिमाचल प्रदेश के शिमला में जेसीबी मशीन को लापरवाही से चलाने के कारण दादी- पोती की जानें चली गईं।

उत्तराखंड के पौड़ी में बस खाई में गिरी, पांच लोगों की मौत

उत्तराखंड में पौड़ी से सेंट्रल स्कूल जाने वाले मार्ग पर रविवार को एक बस गहरी खाई में गिर गई। घटना में पांच लोगों की जान चली गई और 15 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया है। घायलों को बचाने का सिलसिला जारी है। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को जिला अस्पताल पौड़ी में भर्ती कराया गया है।

प्राथमिक जानकारी के अनुसार, निजी बस अनियंत्रित होकर सड़क से करीब 100 मीटर नीचे गिर गई। बस पौड़ी शहर से सेंट्रल स्कूल जाने वाले मार्ग पर सत्य खाल के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। गिरने के बाद वह एक पेड़ से टकराकर रुक गई हालांकि उसके परखच्चे उड़ गए।

हादसे के वक्त बस में बड़ी संख्या में यात्री सवार थे।प्रारंभिक जांच के अनुसार, सड़क पर फिसलन और वाहन की तेज रफ्तार को दुर्घटना का कारण माना जा रहा है। हादसे में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 15 से ज्यादा लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। मौके पर एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस प्रशासन बल और स्थानीय लोग बचाव एवं राहत कार्य में मदद कर रहे हैं।

तेज रफ्तार स्कॉर्पियो पलटने से टेंट कारोबारी समेत दो की मौत, चार घायल

राजस्‍थान के पाली शहर के मंडिया बाईपास के पास रूपवास रोड पर रविवार देर शाम तेज रफ्तार स्कार्पियो पलटने से टेंट कारोबारी समेत दो युवकों की मौत हो गई। चार लोग घायल हो गए। इनमें से दो युवकों को गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया।

सदर थाने के एसएचओ अनिल कुमार विश्नोई ने बताया कि जालोर से तेज रफ्तार में पाली आ रही स्कॉर्पियो के सामने मवेशी आ जाने के कारण यह हादसा हुआ। ड्राइवर के अचानक ब्रेक लगाने से गाड़ी का बैलेंस बिगड़ गया और वह पलट गई। सूचना मिलने पर 108 नंबर की एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची। एम्बुलेंस के पायलट अमित और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन श्रवण प्रजापत ने घायलों को प्राथमिक इलाज दिया। हादसे में स्कॉर्पियो सवार पाली के सुभाष नगर-बी निवासी टेंट व्यवसायी राणाराम (25) पुत्र देवाराम बंजारा की मौके पर ही मौत हो गई। पांच घायलों को बांगड़ हॉस्पिटल लेकर गए। इनमें से तीन की हालत गंभीर होने पर उन्हें जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल रेफर किया गया। बापू नगर निवासी निजी कंपनी में कार्यरत सुमित (25) पुत्र महेंद्र वाल्मीकि की जोधपुर ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई।

राणाराम और सुमित के शव पाली के बांगड़ हॉस्पिटल में रखवाए गए हैं। पाली के रूपावास गांव निवासी आनंद (27) पुत्र तेजाराम बंजारा और मंडिया रोड निवासी प्रकाश (25) पुत्र तोलाराम बंजारा का जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। पाली के बापू नगर निवासी मनीष (25) पुत्र राजूराम वाल्मीकि और नया गांव निवासी विक्रम (21) पुत्र भैराराम बंजारा बांगड़ हॉस्पिटल में भर्ती हैं। मामले की जांच की जा रही है।

घने कोहरे के कारण रोडवेज-जीप की टक्कर, तीन की मौत

राजस्‍थान के श्रीगंगानगर जिले के पदमपुर के सीसी हेड के पास सोमवार सुबह घने कोहरे में रोडवेज बस और बोलेरो जीप की टक्कर में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बोलेरो ड्राइवर बस को देख नहीं पाया और भिड़ंत हो गई। हादसे के बाद जाम लग गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने वाहनों को सड़क किनारे करवाया तथा घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मृतकों के शव भी सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं।

पदमपुर एसएचओ सुरेंद्र राणा ने बताया कि श्रीगंगानगर से रोडवेज की बस सुबह बीकानेर के लिए रवाना हुई थी। यह सुबह पदमपुर के पास पहुंची। इसी दौरान घने काेहरे के कारण विजिबिलिटी कम हाेने से सामने से आ रही जीप से उसकी टक्कर हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि टक्कर से जोरदार धमाका हुआ और जीप का आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। धमाके की आवाज सुनकर आस-पास खेतों में काम कर रहे लोग मौके पर दौड़े और जीप सवार घायलों को निकाला। मौके पर तीन लोगों की मौत हो चुकी थी।

बस श्रीगंगानगर से बीकानेर जा रही थी, जबकि जीप गांव 33 एमएल से पंजाब की तरफ जा रही थी। इसमें पांच लोगों के सवार होने की जानकारी मिली है। घटना की जानकारी मिलते ही पदमपुर एसएचओ सुरेंद्र राणा और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। शव पदमपुर के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए गए हैं। हादसे में घायल दो जीप सवार महिलाओं की भी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।

बताया जा रहा है कि जीप काफी स्पीड में थी। सीसी हैड के पास पहुंचने पर इसके आगे एक ट्रॉली चल रही थी। जीप चालक ने ट्रॉली को ओवरटेक कर आगे बढ़ने का प्रयास किया। हादसे में जीप सामने से आ रही रोडवेज बस से टकरा गई। हादसे में बस में सवार एक बच्ची के होठ पर मामूली चोट लगी है। इसके अलावा बस में किसी सवारी को कोई चोट नहीं आई। हादसे में जीप सवार 33 एमएल निवासी बादल सिंह (45), उसकी पत्नी स्वर्णजीत कौर (44) और बादल सिंह के भाई गुरचरण सिंह (50) की मौत हो गई। हादसे में महिला परमजीत कौर और करमजीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक और घायल एक ही परिवार के हैं। वे पंजाब में शोक में शामिल होने जा रहे थे।

शिमला में जेसीबी चालक की लापरवाही से दादी-पोती की मौत

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में लोहड़ी के पर्व से पहले एक बड़ा हादसा हो गया। शहर के ढली थाना क्षेत्र की नालदेहरा पंचायत के झोलो गांव में जेसीबी मशीन चालक की लापरवाही के कारण विशाल पत्थर गिरने से दादी-पोती की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद से परिवार में त्योहार की खुशियां मातम में बदल गई। पुलिस ने इस मामले में जेसीबी चालक व दो अन्य व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतकों की पहचान गीता देवी (70 वर्ष) और वर्षा (21 वर्ष) के रूप में हुई है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर गीता देवी अपनी पोती वर्षा के साथ गांव के पास गासनी (पहाड़ी ढलान) में मट्लू खड्ड के पास पशुओं के लिए चारा लेने गई थीं। इस दौरान ऊपर से बड़े पत्थर उनके ऊपर गिरे। हादसे में गीता देवी और वर्षा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

पुलिस को दी गई शिकायत में गीता देवी के बेटे विजय कुमार ने बताया कि घटना के समय वह घर पर नहीं थे। उन्हें उनके पिता ने सूचना दी कि गीता देवी और वर्षा घास लाने गई थीं और ऊपर से गिरे विशाल पत्थरों की चपेट में आ गईं। विजय कुमार ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर देखा कि उनकी मां और बेटी के शव वहीं पड़े थे। आसपास के ग्रामीण भी वहां जमा हो गए थे।

विजय कुमार ने पुलिस को बताया कि हादसे की वजह झोलो गांव के ऊपर कडोलिया गांव में हो रहा खेत तैयार करने का काम था। कडोलिया गांव के निवासी बसर दत्त और केवल राम अपने खेत को तैयार करने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग कर रहे थे। यह काम लापरवाही से किया जा रहा था औऱ पहाड़ी ढलान से बड़े पत्थर खिसककर नीचे गिरे और गीता देवी और वर्षा को अपनी चपेट में ले लिया। विजय कुमार ने जेसीबी मशीन के चालक हरी नंद पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि काम करते समय सुरक्षा के बुनियादी नियमों का पालन नहीं किया गया। बिना किसी सही जानकारी और सतर्कता के जेसीबी का संचालन किया गया जिससे यह दुखद घटना घटी।

शिमला के एसपी संजीव गांधी ने सोमवार को बताया कि पुलिस ने विजय कुमार के बयान के आधार पर धारा 125 और 106(1) बीएनएस के तहत ढली थाने में केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि घटना के दौरान इस्तेमाल की गई जेसीबी मशीन को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है और चालक हरी नंद से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही खेत मालिक बसर दत्त और केवल राम से भी पूछताछ की जाएगी।