बांग्लादेश के तट से टकराया चक्रवात ‘रेमल’, 8 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
मौसम कार्यालय के एक प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात ने रात लगभग 8:30 बजे (स्थानीय समय) बांग्लादेश के मोंगला और खेपुपारा तट के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से से होते हुए भारत के पश्चिम बंगाल तट को पार करना शुरू कर दिया था । अधिकारियों ने कहा कि माना जाता है कि तूफान से एक युवक की मौत हो गई क्योंकि समुद्री लहरें उसे बहा ले गईं और दक्षिण-पूर्वी पटुआखाली में कई लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, क्षमता से दोगुने, 50 से अधिक यात्रियों से भरी एक नौका तूफान के रास्ते में मोंगला बंदरगाह के पास डूब गई। इसमें सवार लोग सुरक्षित स्थान की ओर भाग रहे थे। हालाँकि, लोगों को बचा लिया गया जिन्हें कुछ चोट आई है।
बांग्लादेश मौसम विभाग (बीएमडी) ने दक्षिण-पश्चिम वृहद बारीसाल के लिए अत्यधिक खतरे की चेतावनी संख्या 10, जबकि चटगांव शहर सहित दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्रों के लिए अधिक खतरे की चेतावनी संख्या नौ जारी की । मौसम विभाग के ताजा बुलेटिन के हवाले से कहा गया है कि तटीय जिलों के निचले इलाके और उनके अपतटीय द्वीप में सामान्य ज्वार से 08-12 फुट ऊंचा ज्वार आने से उनके जलमग्न होने की संभावना है।
आपदा प्रबंधन और राहत मंत्री मोहम्मद मोहिबुर रहमान ने प्रेस वार्ता में बताया कि आठ लाख से अधिक लोगों को चक्रवात केंद्रों और अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि हमने चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए तत्काल आधार पर सभी आवश्यक उपाय किए हैं सभी संबंधित संगठनों को चक्रवात का सामना करने के लिए समन्वित तरीके से काम करने के लिए कहा गया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के अलीपुर इलाके में कई पेड़ उखड़ गए। चक्रवात ‘रेमल’ के टकराने के बाद कल रात पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी बारिश और तेज़ हवाएं चलीं। कोलकाता में चक्रवात ‘रेमल’ के कारण शहर के कई इलाकों में जलजमाव देखा गया। कोलकाता शहर के कई हिस्सों में लगातार बारिश जारी है।IMD के अनुसार, “चक्रवात रेमल कुछ और समय तक लगभग उत्तर की ओर और फिर उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ता रहेगा और आज सुबह तक धीरे-धीरे कमज़ोर हो जाएगा।”