मेरी फिल्म शुरू होगी या नहीं…’, जब अजय देवगन पर चिल्लाया डायरेक्टर, एक्टर बोले- ‘गाड़ी में बैठो और घर जाओ…
नई दिल्ली. पर्दे पर नजर आने वाली हर फिल्म के पीछे एक कहानी होती है, जिसको सिनेमाप्रेमी बड़े मजे से पढ़ते हैं. आज हम आपको जा कहानी बताने जा रहे हैं वो साल 1999 में आई फिल्म की. साल 1999 में एक्शन थ्रिलर फिल्म रिलीज हुई, जिसके निर्देशन किया था मिलन लुथरिया ने. फिल्म में लीड हीरो की भूमिका में नजर आए थे अजय देवगन, सैफ अली खान, नम्रता शिरोडकर और मनीषा कोइराला. मिलन लुथरिया ने अजय के साथ कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के बाद से ही दोनों की दोस्ती बहुत अच्छी हुई और उन्होंने ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई’ और ‘चोरी-चोरी’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया.
मिलन लुथरिया ने अपनी इस फिल्म के लिए अजय देवगन को साइन किया था. सब कुछ ठीक था, लेकिन फिर अचानक जब एक दिन मिलन एक्टर पर चिल्लाए तो एक्टर ने दो टूक जवाह दिया और बोले, ‘गाड़ी में बैठो और घर जाओ…’. क्या है वो मजेदार किस्सा चलिए आपको बताते हैं.
25 साल पहले आई इस फिल्म ‘कच्चे धागे’ की कहानी ‘आफताब’ (अजय देवगन) और ‘धनंजय’ (सैफ अली खान) दो सौतेले भाई हैं, जो संयोगवश पहली बार मिलते हैं. जिनमें दोनों के अपने-अपने निजी स्वार्थ है. आफताब, राजस्थान-पाकिस्तान की सीमा पर छोटी-मोटी तस्करी करने में माहिर है, तो धनंजय शहर में आलिशान जीवन बिताता हैं. आफताब अपनी प्रेमिका रुखसाना (मनीषा कोईराला) के साथ जीवन बिताना चाहता है, लेकिन रुखसाना का परिवार उसके अवैध धंधे में लिप्त होने के कारण यह संबंध नामंजूर करते हैं.