5 से 7 जनवरी तक अखिल भारतीय DGP-IG कॉन्फ्रेंस, पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह करेंगे शिरकत
तीन दिवसीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर में आतंकी खतरे, साइबर धोखाधड़ी और खालिस्तानी समर्थक समूहों की गतिविधियां समेत अन्य प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श होने की संभावना है।
5 से 7 जनवरी तक जयपुर में 58वीं अखिल भारतीय डीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस होने जा रही है। इस कॉन्फ्रेंस में देशभर के डीजीपी-आईजी हिस्सा लेंगे। यह कॉन्फ्रेंस राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में होगी। कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शिरकत करेंगे। उनके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल होंगे।
सुरक्षा और आवश्यक तैयारियों के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा को देखते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने बुधवार को राजभवन परिसर का अनौपचारिक जायजा लिया। उन्होंने प्रधानमंत्री की यात्रा से संबंधित सुरक्षा और आवश्यक तैयारियों के एक-एक पहलू के बारे में जानकारी लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रधानमंत्री की यात्रा से संबंधित सुरक्षा और आवश्यक तैयारियों के एक-एक पहलू के बारे में जानकारी लेकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। इस दौरान उन्होंने विभिन्न व्यवस्थाओं से संबंधित समीक्षा भी की। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन और उनके ठहरने से संबंधित सभी कार्य उन्होंने समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजभवन परिसर का भ्रमण कर प्रधानमंत्री के दौरे से संबंधित कार्यों का विशेष रूप से जायजा लेते हुए तैयारियों को प्रभावी रूप में अंतिम रूप देने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री भजनलाल की निगरानी में तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप
पुलिस अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल की निगरानी में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कार्यक्रम के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह पांच जनवरी को कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे जबकि प्रधानमंत्री मोदी छह जनवरी को जयपुर पहुंचेंगे।
सात जनवरी को कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री छह जनवरी को जयपुर में ही राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे और उसके अगले दिन यानि सात जनवरी को कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे। जयपुर में पांच जनवरी से शुरू होने वाले पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी) के तीन दिवसीय सम्मेलन में जम्मू-कश्मीर में आतंकी खतरे, साइबर धोखाधड़ी और खालिस्तानी समर्थक समूहों की गतिविधियां समेत अन्य प्रमुख मुद्दों पर विचार-विमर्श होने की संभावना है।