जूट किसानों की सुविधा के लिए ‘पाट-मित्रो’ ऐप लॉन्च, जानें क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
40 लाख जूट किसान परिवारों को एमएसपी की जानकारी प्रदान करेगा।
जूट किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार उन्हें हर संभव सुविधा और मदद मुहैया करा रही है। ऐसे में अब जूट किसानों को एमएसपी और कृषि विज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने के लिए वस्त्र मंत्रालय ने भारतीय जूट निगम लिमिटेड (जेसीआई) द्वारा विकसित एक मोबाइल एप्लिकेशन “पाट-मित्रो” लॉन्च किया। यह एप्लिकेशन 6 भाषाओं में उपलब्ध है।
एप पर मिलेगा अपडेट और नि:शुल्क जानकारी
एप्लिकेशन को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है और उपयोगकर्ताओं के लिए एप्लिकेशन की सभी कार्यविधियां निःशुल्क उपलब्ध कराई गयीं हैं। इसके अलावा ऐप में नवीनतम कृषि पद्धतियां और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी); जूट श्रेणी मानक, ‘जूट-आईकेयर’ जैसी किसान-केंद्रित योजनाएं, मौसम पूर्वानुमान, जेसीआई के खरीद केंद्रों की अवस्थिति, सरकारी खरीद की नीतियां आदि भी उपलब्ध कराई गई हैं। किसान एमएसपी के तहत जेसीआई को बेचे गए कच्चे जूट के अपने भुगतान की स्थिति संबंधी अद्यतन जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। मोबाइल एप्लिकेशन “पाट-मित्रो” के माध्यम से किसानों के प्रश्नों के लिए चैटबॉट जैसी नवीनतम प्रौद्योगिकी सुविधा भी शामिल की गई है।
40 लाख जूट किसान परिवारों को मिलेगी लाभ
बता दें कि वस्त्र मंत्रालय की ओर से जूट भू-वस्त्र पर विशेष जोर देने के साथ, जूट आधारित तकनीकी वस्त्रों के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें लोकप्रिय बनाने के लिए ‘जूट संगोष्ठी’ का आयोजन किया गया था। एप्लिकेशन को भारतीय जूट निगम द्वारा डिज़ाइन किया गया है, जो 40 लाख जूट किसान परिवारों को एमएसपी की जानकारी प्रदान करता है।
भारत की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में जूट उद्योग महत्वपूर्ण
भारत की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में जूट उद्योग का महत्वपूर्ण स्थान है, विशेष रूप से पश्चिम बंगाल में जहां लगभग 75 जूट मिलें संचालित हैं और लाखों श्रमिकों को आजीविका प्रदान करती हैं। जूट क्षेत्र से जुड़े 40 लाख किसान परिवारों को इससे सहायता मिलेगी और वह आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। इस निर्णय से बिहार, ओडिशा, असम, त्रिपुरा, मेघालय, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जूट किसानों को भी सहायता मिलेगी।
भारत में जूट उत्पादन
भारत जूट का सबसे बड़ा उत्पादक देश है और उसके बाद बांग्लादेश और चीन का स्थान आता है। हालांकि क्षेत्र और व्यापार के मामले में बांग्लादेश भारत के 7% की तुलना में वैश्विक जूट निर्यात के तीन-चौथाई भाग का प्रतिनिधित्व करता है। भारत 97 से अधिक देशों में जूट और जूट से बने उत्पादों का निर्यात किया जाता है। आज दुनिया भर में प्लास्टिक बैग पर बैन लगने के बाद भारतीय जूट की मांग अधिक बढ़ गई है।