पीएम मोदी के नेतृत्व में इंफ्रास्ट्रक्चर में क्रांतिकारी बदलाव, वैश्विक मंच पर बढ़ा भारत का सम्मान: NSE प्रमुख

एनएसई के प्रबंध निदेशक और सीईओ आशीष चौहान ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव आया है। साथ ही विदेशों में भारतीयों के सम्मान में इजाफा हुआ है। बातचीत करते हुए आशीष चौहान ने कहा, “पीएम मोदी के कार्यकाल में देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे पोर्ट्स, रोड और एयरपोर्ट आदि का काफी विकास हुआ और इससे देश के विकास को बढ़ाने में मदद मिली है।” उन्होंने आगे बताया कि, “जब हम विदेशों में जाते हैं तो मोदी के देश से आने के कारण हमें ज्यादा अच्छा सम्मान मिलता है।”
स्वतंत्र भारत के इतिहास में पीएम मोदी का कार्यकाल महत्वपूर्ण माना जाएगा
पीएम मोदी के कार्यकाल को ऐतिहासिक बताते हुए चौहान ने कहा, मुझे लगता है कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पीएम मोदी का यह कार्यकाल बहुत महत्वपूर्ण काल माना जाएगा। आज से 100 साल बाद लोग कहेंगे कि हम भाग्यशाली हैं कि हम मोदी के युग में रह रहे हैं और मुझे यकीन है कि वह अगले 10-20 वर्षों तक आसानी से देश की सेवा कर पाएंगे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के आईपीओ पर चौहान ने कहा, एक्सचेंज ने रेगुलेटर से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (एनओसी) की मांग की है। एनओसी मिलने के बाद हम अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टर्स (डीआरएचपी) तैयार करेंगे और फिर हम इसे सेबी को वापस भेजेंगे। इसके बाद वे इसे मंजूरी देने के लिए अपना समय लेंगे।
पीएम मोदी के काल में भारत दुनिया की सूचना प्रौद्योगिकी के हब के रूप में उभरा है
हाल ही में एनएसई के प्रबंध निदेशक ने कहा था कि भारत दुनिया की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) राजधानी के रूप में उभरा है। साथ ही, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) अपने उच्च तकनीक वाले डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए लाखों लोगों को व्यापार करने में मदद करते हुए विशाल डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करने में अग्रणी रहा है।
चौहान ने जोर देकर कहा था कि एनएसई ने 1994 में आईटी बूम के समय टेक्नोलॉजी का बीड़ा उठाया था। बाद में, वर्ष 2000 के दौरान, एनएसई ने भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन किया, बड़े अनुबंधों को आकर्षित किया और छोटी कंपनियों के लिए अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करने का केंद्र बन गया।