दूसरा अखिल भारतीय राज्य जल मंत्रियों का सम्मेलन 18-19 फरवरी को उदयपुर में
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जल शक्ति मंत्रालय राजस्थान के उदयपुर में “जल विजन @2047 – आगे की राह” पर दूसरा अखिल भारतीय राज्य मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। यह सम्मेलन 18 और 19 फरवरी को होगा। प्रथम अखिल भारतीय जल मंत्री सम्मेलन जनवरी 2023 में भोपाल में आयोजित किया गया था। दूसरा राज्य जल मंत्री सम्मेलन भारत के जल सुरक्षा भविष्य को आकार देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
कल मंगलवार से उदयपुर में होने जा रहे दो दिवसीय सम्मेलन में जल विजन @2047 पर भोपाल और महाबलीपुरम में की गई सिफारिशों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य टिकाऊ और एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन के लिए साझा दृष्टिकोण की दिशा में काम करते हुए राज्यों और हितधारक मंत्रालयों के साथ सहयोग को मजबूत करना है।
भोपाल सम्मेलन ने पाँच प्रमुख क्षेत्रों जल सुरक्षा, जल उपयोग दक्षता, शासन, जलवायु लचीलापन और जल गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करके इसकी नींव रखी। इसके परिणामस्वरूप 22 सिफारिशें सामने आईं जो पहले से ही राज्यों में जल प्रबंधन रणनीतियों का मार्गदर्शन करना शुरू कर चुकी हैं। इस बार उदयपुर सम्मेलन इन सिफारिशों पर काम करेगा, जिसमें (वॉटर विजन,@2047) जल दृष्टिकोण@2047 को वास्तविकता में बदलने के लिए आवश्यक कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
सम्मेलन में जल प्रबंधन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जिसमें प्रभावी शासन, सीमा पार सहयोग, अभिनव वित्तपोषण और सामुदायिक भागीदारी शामिल है। इस सम्मेलन में तकनीकी समाधान, कुशल जल उपयोग और विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर समन्वय पर भी जोर दिया जाएगा। यह सम्मेलन भारत को 2047 तक जल-सुरक्षित, विकसित भारत के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के करीब ले जाएगा जहां सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित और पर्याप्त पानी की पहुंच सुनिश्चित की जाएगी।
आपको बता दें, वॉटर विजन,@2047 को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय विविधताओं पर विचार करते हुए जल क्षेत्र की जटिलताओं को संबोधित करने के लिए दूसरे राज्य जल मंत्रियों के सम्मेलन के विषयों को परिष्कृत किया गया है। यह सम्मेलन छह प्रमुख विषयों पर केंद्रित जो जल प्रबंधन के लिए मुख्य हैं जैसे- जल प्रशासन को मजबूत करना, जल भंडारण अवसंरचना और आपूर्ति को बढ़ाना, पेयजल पर ध्यान केंद्रित करने वाली जल वितरण सेवाएँ, सिंचाई और अन्य उपयोगों पर ध्यान देने वाली जल वितरण सेवाएँ, माँग प्रबंधन और जल उपयोग दक्षता, एकीकृत नदी और तटीय प्रबंधन।
दूसरा अखिल भारतीय राज्य जल मंत्रियों का सम्मेलन 2025 एक ऐतिहासिक आयोजन है जिसमें भारत के जल सुरक्षा दृष्टिकोण को आकार देने के लिए शीर्ष नीति निर्माता और विशेषज्ञ एक साथ आ रहे हैं।