दिल्ली में हवा और खराब, 10वीं-12वीं को छोड़ बाकी स्कूल बंद
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सांसों के संकट के बीच आज (सोमवार) ‘हवा और खराब’ हो गई। सुबह सात बजे आरकेपुरम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 669 और श्रीनिवासपुरी में 633 दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के अन्य इलाकों का एक्यूआई भी गंभीर स्थिति में दर्ज किया गया है। सीएक्यूएम) की सब कमेटी ने रविवार को आपात बैठक में गंभीर हो रही स्थिति पर चर्चा की। दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा गठित वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने 18 नवंबर से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण (ग्रैप-4) को लागू करने का फैसला लिया है।
दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण (ग्रैप-4) को लागू हो रहा है
सीएक्यूएम के अनुसार आज सुबह आरकेपुरम दिल्ली का एक्यूआई669, श्रीनिवासपुरी दिल्ली का 633, आनंद विहार का 624, पटपड़गंज का 622, पूसा का 619, ओखला का 608, श्रीअरबिंदो मार्ग का 617, नोएडा सेक्टर-62 का 521, नोएडा सेक्टर-125 का256 और नोएडा सेक्टर-1 का 260 दर्ज किया गया। सोमवार से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण (ग्रैप-4) को लागू हो रहा है।
ग्रैप-4 लागू किए जाने के बाद वायु गुणवत्ता के स्तर को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा कई कड़े उपाय लागू किए जाएंगे। इस चरण में कारखानों, निर्माण कार्यों, और यातायात पर कड़ी पाबंदियां लगाई जाएंगी, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि जब प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और औसत एक्यूआई 450 को पार कर जाता है तो ग्रैप का चौथा चरण लागू किया जाता है। ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रतिबंध सबसे ज्यादा और सबसे कड़े होते हैं।
ग्रैप-4 लागू होने के बाद राजधानी में ट्रक, लोडर समेत अन्य भारी वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत नहीं होती है। हालांकि, आवश्यक सामग्री की आपूर्ति करने वाले वाहनों को प्रवेश दिया जाता है। सभी प्रकार के निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। राज्य सरकार स्कूली छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं (क्लासेस) और सरकारी तथा निजी कार्यालयों के लिए घर से काम करने पर भी निर्णय लेती हैं। ऑड-ईवन का निर्णय भी चौथे चरण में लिया जा सकता है, हालांकि यह जरूरी नहीं है।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में रविवार को एक्यूआई 500 के पार दर्ज किया गया। कई इलाकों में एक्यूआई खतरनाक श्रेणी में दर्ज किया गया। ‘एक्यूआई डॉट इन’ के अनुसार, दिल्ली का एक्यूआई सुबह आठ बजे 477 था जो शाम को 548 हो गया। इसके अलावा, अलीपुर का एक्यूआई 586, आनंद लोक का 586, आनंद पर्वत का 521, आनंद विहार 608, अशोक विहार फेज-1 का 539, बवाना औद्योगिक क्षेत्र का 534, भलस्वा लैंडफिल का 508, ग्रेटर कैलाश का 586, आईटीआई शाहदरा का 608, कालकाजी का 646 और पीजीडीएवी कॉलेज का 701 है।
दिल्ली में 10वीं और 12वीं क्लास को छोड़कर अन्य सभी स्कूल बंद रहेंगे
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच ग्रैप-4 की पाबंदियां आज से लागू हो रही हैं। इसे देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली में 10वीं और 12वीं क्लास को छोड़कर अन्य सभी स्कूल बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार शाम को राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर कक्षा10 और 12 को छोड़कर सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लासेस बंद करने की घोषणा की है।
सीएम आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “सोमवार से ग्रैप-4 लागू होने के साथ ही दिल्ली में कक्षा 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लासेस बंद रहेंगी। अगले आदेश तक सभी स्कूल ऑनलाइन क्लासेस आयोजित करेंगे।”
सभी निर्माण कार्यों पर रोक ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई
दिल्ली में ग्रेप-4 लागू होने पर सभी निर्माण कार्यों पर रोक ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा दिल्ली में 10वीं और 12वीं को छोड़कर सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली-एनसीआर में रविवार रात आठ बजे कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 462 दर्ज किया गया। ग्रेप-4 लागू होने की वजह से दिल्ली में ट्रकों का प्रवेश वर्जित होगा।
केवल आवश्यक सामान ले जाने वाले ट्रकों और सीएनजी, इलेक्ट्रिक बीएस 4 डीजल ट्रकों को छोड़ कर दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। ईवी/सीएनजी/बीएसवीएल डीजल के अलावा दिल्ली के बाहर पंजीकृत एलसीवी को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ सी एंड डी गतिविधियों पर प्रतिबंध के साथ रैखिक सार्वजनिक परियोजनाओं पर भी प्रतिबंध होगा इसमें राजमार्ग, सड़कें, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, विद्युत पारेषण, पाइपलाइन, दूरसंचार शामिल है। स्कूलों को ऑनलाइन मोड पर चलाने की सिफारिश की गई है। सम-विषम आधार पर वाहनों को चलाने के निर्देश भी दिए जा सकते हैं।