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आयुर्वेद आहार वैज्ञानिक रूप से समर्थित, समय के साथ परखा हुआ आहार समाधान प्रदान करता है : वैद्य राजेश कोटेचा

आयुर्वेद आहार वैज्ञानिक रूप से समर्थित, समय के साथ परखा हुआ आहार समाधान प्रदान करता है : वैद्य राजेश कोटेचा
  • PublishedSeptember 20, 2024

वर्ल्ड फूड इंडिया – 2024 में आयुष आहार को प्रस्तुत करने के साथ ही आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध, सोवा रिग्पा और बेहतरीन प्रदर्शनी लगाई गई है, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित विश्व खाद्य भारत कार्यक्रम 21 सितम्‍बर तक प्रगति मैदान, नई दिल्ली में चलेगा। आज (शुक्रवार) को डब्ल्यूएफआई कार्यक्रम के दौरान, लेवल 1, रूम 7, प्रगति मैदान, दिल्ली में सुबह 10:00 बजे से 11:30 बजे तक पोषण में क्रांति: ‘आयुष फूड इनोवेशन्‍स फॉर ए सस्‍टेनेबल वर्ल्‍ड’ पर आयुष का एक विशेष सत्र भी आयोजित किया जा रहा है। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 के उद्घाटन के दिन आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आयुष मंडप का दौरा किया और आयुर्वेद को, खासकर आधुनिक जीवनशैली के संदर्भ में, मुख्यधारा के पोषण और स्वास्थ्य से जोड़ने के महत्व पर जोर दिया। सचिव ने कहा, “आयुर्वेद आहार वैज्ञानिक रूप से समर्थित, समय के साथ परखा हुआ आहार समाधान प्रदान करता है जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया इस प्राचीन ज्ञान को वैश्विक मंच पर लाने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है।”

फूड इंडिया-2024 का उद्घाटन गुरुवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान और राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संदेश वाचन के साथ वर्ल्ड फूड इंडिया का शुभारंभ हुआ। वर्ल्ड फूड इंडिया कार्यक्रम में भोपाल से से सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले प्रदेश के 35 हितग्राहियों ने वर्चुअली भागीदारी दर्ज कराई। चार दिवसीय इस आयोजन में मध्य प्रदेश के विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

इस आयोजन में 50 से अधिक खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों का उद्घाटन किया गया और 25 हजार पीएमएफएमई लाभार्थियों को सब्सिडी वितरित की गई। साथ ही 70 हजार स्व-सहायता समूह सदस्यों को बीज पूंजी भी प्रदान की गई। कार्यक्रम में 90 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिससे यह एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच बन गया है। आयुष मंत्रालय19 सितम्‍बर से प्रगति मैदान में आयोजित विश्व खाद्य भारत 2024 कार्यक्रम में आयुष मंडप के माध्यम से आधुनिक पोषण एवं सम्‍पूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य में आयुर्वेद और भारत की विभिन्न पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित कर रहा है।

आयुष मंत्रालय ने बताया कि वर्ल्ड फ़ूड इंडिया 2024 के उद्घाटन के दिन आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आयुष मंडप का दौरा किया और आयुर्वेद को, खासकर आधुनिक जीवनशैली के संदर्भ में, मुख्यधारा के पोषण और स्वास्थ्य से जोड़ने के महत्व पर जोर दिया। सचिव ने कहा, “आयुर्वेद आहार वैज्ञानिक रूप से समर्थित, समय के साथ परखा हुआ आहार समाधान प्रदान करता है जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। वर्ल्ड फ़ूड इंडिया इस प्राचीन ज्ञान को वैश्विक मंच पर लाने के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है।”

आयुष मंडप के मुख्य आकर्षणों में मधुमेह, मोटापा और उच्च रक्तचाप जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों से निपटने वाले आयुर्वेदिक आहार उत्पादों पर केन्‍द्रित एक विशेष प्रदर्शनी शामिल थी। प्रदर्शनी में दिखाया गया कि कैसे आयुर्वेदिक सामग्री को समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ाने के लिए रोज़मर्रा के भोजन में शामिल किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त, मंडप में आयुर्वेद के अनुसार शरीर की अलग-अलग प्रकृति के आधार पर व्यक्तिगत आहार संबंधी सलाह देते हुए आयुर्वेदिक पोषण विशेषज्ञों के साथ लाइव प्रदर्शन और परामर्श किया गया। इसके अलावा, सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के प्रतिनिधियों ने आयुर्वेद आहार अनुसंधान और उत्पाद विकास को आगे बढ़ाने के लिए साझेदारी पर चर्चा की। योग भी का भी लाइव प्रदर्शन और योग चिकित्सा के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।

आपको बता दें कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित विश्व खाद्य भारत 2024 में खाद्य एवं कृषि क्षेत्र की अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय कंपनियों, नीति निर्माताओं और प्रभावशाली व्यक्तियों को एक स्‍थान पर लाया गया है। आयुष मंडप आगंतुकों को दैनिक आहार में आयुर्वेदिक सिद्धांतों को शामिल करने के स्वास्थ्य लाभों का पता लगाने का अवसर प्रदान कर रहा है।