वायनाड-आपदा में अब तक 200 से ज्यादा की मौत, राहुल गांधी और प्रियंका आज मिलेंगे पीड़ितों से
केरल के पहाड़ी जिला वायनाड में सोमवार देर रात करीब 2 बजे और मंगलवार सुबह 4 बजे मंगलवार तड़के हुई जल आपदा में अब तक 200 से अधिक लोग काल कलवित हो चुके हैं। मूसलाधार बारिश के दौरान हुए भूस्खलन से 3 गांवों का तो वजूद ही मिट चुका है। मौसम विभाग ने आज (गुरुवार) फिर से वायनाड में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। आपदा प्रबंधन टीम ने फिर से कुछ जगहों पर भूस्खलन की संभावना जताई है। ड्रोन,एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्नीफर डॉग्स के साथ रेस्क्यू आपरेशन जारी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को संसद में बताया- 23-24 जुलाई को ही केरल सरकार को अलर्ट किया गया था, सरकार समय रहते लोगों को हटाती तो इतना नुकसान नहीं होता। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि विपक्ष के सांसदों को अर्ली वॉर्निंग सिस्टम की जानकारी के लिए भारत सरकार की वेबसाइट देखनी होगी। किसी विदेशी वेबसाइट पर इसकी जानकारी नहीं मिलेगी।
वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व में वायनाड का सदन में प्रतिनिधित्व कर चुके राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित अपने आवासों से आज सुबह वायनाड के लिए निकल चुके हैं। राहुल गांधी मेप्पडी में चूरलमाला भूस्खलन पीड़ितों के लिए खोले गए राहत शिविरों और विभिन्न अस्पतालों में जाएंगे। खराब मौसम की वजह से राहुल बुधवार को वायनाड नहीं पहुंच सके थे। प्रियंका गांधी वायनाड के दौरे के दौरान प्राकृतिक आपदा से प्रभावित कई परिवारों से मुलाकात करेंगी।
आपदा से पूरा देश सकते और सदमे में
इस आपदा से पूरा देश सकते और सदमे में हैं। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। लोग पहुंचकर उन्हें सब ठीक हो जाने का आश्वासन दे रहे हैं। इस बीच सूचना है कि वायनाड आपदा से पास के कोझिकोड जिले के थमारस्सेरी और वडकारा तालुका के विभिन्न ऊपरी गांव प्रभावित हुए हैं। यहां रह रहे परिवारों को अन्यत्र स्थानांतरित करने के उपाय सरकार ने शुरू कर दिए हैं।
बचाव अभियान तेजी से जारी
बता दें कि राहत और बचाव अभियान आज भी जारी रहेगा। बुधवार देर रात तक विभिन्न बलों के राहत और बचाव अभियान के दौरान अब तक 1,592 व्यक्तियों को बचाकर विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। अस्पतालों में 99 लोगों का इलाज चल रहा है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि वायनाड जिले में मेप्पडी के पास चूरलमाला और मुंडक्कई इलाके में भूस्खलन में मरने वाले व्यक्तियों की संख्या 200 से अधिक हो गई है।
वायनाड में खोज और बचाव अभियान पर ब्रिगेडियर अर्जुन सेगन ने बताया कि ज़मीन पर बहुत प्रगति हो रही है, हमने रातों रात एक फूट ब्रिज बनाया है और बेली ब्रिज के भी दोपहर तक तैयार होने की उम्मीद है। बचाव अभियान तेजी से चल रहा है। कल और परसो जहां बचाव अभियान किया गया था वहां आज भी तलाशी की गई है जिससे अगर कोई फंसा हो तो उसे बाहर निकाल लिया जाए।
मेजर जनरल मैथ्यू ने कहा, “हम 30 तारीख की सुबह से केरल सरकार और वायनाड के लोगों की मदद के लिए यहां हैं। अब तक हमने 100 से ज़्यादा शव बरामद किए हैं, कुल मिलाकर शवों की संख्या इससे कहीं ज़्यादा है। हमने इसमें 500 सैनिकों को शामिल किया है, अभी ऑपरेशन का यह तीसरा दिन है। फंसे हुए सभी लोगों को बचा लिया गया है। अब हमें यह देखना है कि घर के अंदर कोई व्यक्ति फंसा हुआ तो नहीं है, इसके लिए हमें भारी उपकरणों की ज़रूरत है… हम बचाव अभियान में लगे हुए हैं। अभी हमारा ध्यान घर के अंदर फंसे लोगों की तलाश पर है। हम अपने डॉग स्क्वायड का भी उपयोग करेंगे।” (Input from news agencies)