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भारत-ओमान तटरक्षकों की उच्चस्तरीय बैठक में समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग और बढ़ाने पर हुई चर्चा

भारत-ओमान तटरक्षकों की उच्चस्तरीय बैठक में समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग और बढ़ाने पर हुई चर्चा
  • PublishedApril 24, 2024

भारतीय और रॉयल ओमान पुलिस तटरक्षकों के बीच मंगलवार को 5वीं वार्षिक उच्चस्तरीय बैठक नई दिल्ली में हुई, जहां दोनों देशों के तटरक्षकों ने समुद्री सीमा से परे होने वाली अवैध गतिविधियों से निपटने के सहयोगात्मक प्रयासों और क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया। दोनों पक्षों ने समुद्री चुनौतियों से निपटने में परस्‍पर सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिससे क्षेत्र में समुद्री संरक्षा और सुरक्षा ढांचे को मजबूत बनाया जा सके। इस बैठक में चर्चा का नेतृत्व भारतीय तटरक्षक के महानिदेशक राकेश पाल ने किया। रॉयल ओमान पुलिस तट रक्षक (आरओपीसीजी) प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सहायक अधिकारी कमांडिंग कर्नल अब्दुल अजीज मोहम्मद अली अल जाबरी ने किया।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि आरओपीसीजी प्रतिनिधिमंडल और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक की 25 अप्रैल (गुरुवार ) को नई दिल्ली में आयोजित करने की योजना बनाई गई है, ताकि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अंतर्गत भारत की जहाज निर्माण क्षमताओं से अवगत कराया जा सके।

गौरतलब है कि समुद्री डकैतों की हाल ही कई घटनाओं ने समुद्री चुनौतियों को गंभीर रूप से बढ़ा दिया है। इन घटनाओं के कारण दूसरे और भी कई देशों की समुद्री सीमा सुरक्षा, व्यापार जैसे विभिन्न क्रियाकलाप प्रभावित होते हैं। ऐसे में भारतीय नौसेना एवं तटरक्षकों की तत्काल कार्रवाईयों ने कई अभियानों के जरिए इन घटनाओं पर काबू पाया किया है।

भारत और ओमान के तटरक्षकों की इस बैठक में क्षमता निर्माण कार्यक्रम, क्रॉस शिप यात्रा, सी-राइडर कार्यक्रम को लागू करने, प्रदूषण रिपोर्टिंग केंद्रों और अन्य सहयोगी व्यवस्थाओं के बीच पेशेवर संबंध स्थापित करने के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया। दोनों पक्षों ने समुद्री चुनौतियों से निपटने में परस्‍पर सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिससे क्षेत्र में समुद्री संरक्षा और सुरक्षा ढांचे को मजबूत बनाया जा सके।