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भारतीय नौसेना ने समर्पण करने वाले नौ सोमालियाई समुद्री डाकुओं को मुंबई पुलिस के हवाले किया

भारतीय नौसेना ने समर्पण करने वाले नौ सोमालियाई समुद्री डाकुओं को मुंबई पुलिस के हवाले किया
  • PublishedApril 4, 2024

पूर्वी सोमालिया में ईरानी जहाज एफवी अल कंबर को अपहृत करने वाले सभी नौ समुद्री लुटेरों को भारतीय नौसेना ने बुधवार (3 अप्रैल) को पश्चिमी तट पर लाकर मुंबई पुलिस को सौंप दिया। गौरतलब हो कि अरब सागर में यह घटना 29 मार्च को हुई थी, जिसमें भारतीय नौसेना ने समुद्री डकैती रोकने के साथ ही 23 पाकिस्तानी नागरिकों को बचाया था। बुधवार देर रात मुंबई लाए गए इन सोमालियाई लुटेरों के विरुद्ध अब आगे की कार्रवाई समुद्री कानून के तहत की जाएगी।

भारतीय नौसेना आईएनएस त्रिशूल और आईएनएस सुमेधा को भेजकर ऑपरेशन को सफल बनाया

भारतीय नौसेना को 28 मार्च की देर शाम ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) ”अल-कंबर 786” को अरब सागर में अपहृत किए जाने की सूचना मिली थी। समुद्री डकैती की खबर मिलते ही नौसेना ने समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए अरब सागर में तैनात अपने दो जहाजों आईएनएस त्रिशूल और आईएनएस सुमेधा को अपहृत एफवी को रोकने के लिए रवाना कर दिया।

12 घंटे तक चला समुद्री डकैती रोधी ऑपरेशन

समुद्री डकैती रोधी अभियानों के दौरान भारतीय नौसेना के जहाजों और मरीन कमांडो ने 29 मार्च को एफवी अल कंबर में सवार नौ समुद्री लुटेरों को सरेंडर करने के लिए मजबूर कर दिया। लगभग 12 घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद चालक दल के 23 पाकिस्तानी नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया।

समुद्री डाकुओं से बचाए गए 23 पाकिस्तानी सदस्यों ने लगाए भारत जिंदाबाद के नारे

इसके बाद नौसेना की विशेषज्ञ टीमों ने एफवी की स्वच्छता और समुद्री योग्यता की जांच पूरी की। यमन के पास सोमालियाई समुद्री डाकुओं से बचाए गए चालक दल के 23 पाकिस्तानी सदस्यों ने भारतीय नौसेना का शुक्रिया अदा किया और ”भारत जिंदाबाद” के नारे लगाए।

समुद्री डकैती रोधी अधिनियम-2022 के अनुसार आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए गिरफ्तार किए गए सभी नौ समुद्री लुटेरों को आईएनएस त्रिशूल से देर रात मुंबई लाकर मुंबई पुलिस के हवाले कर दिया गया है।