पीएम मोदी का केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र दौरा, तीनों राज्यों को मिलेगी कई सौगात
पीएम मोदी गगनयान की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे और नामित अंतरिक्ष यात्री को ‘अंतरिक्ष यात्री पंख’ प्रदान करेंगे। गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है जिसके लिए विभिन्न इसरो केंद्रों पर व्यापक तैयारी चल रही है।
पीएम मोदी 27-28 फरवरी को केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र का दौरा करेंगे। जहां वह तीनों राज्यों में कई परियोजनाओं और विकास कार्यों की सौगात देंगे। अपने दौरे के दौरान इसके अलावा भारत के पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल अंतर्देशीय जलमार्ग जहाज का शुभारंभ करेंगे। पीएम मोदी गगनयान की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे और नामित अंतरिक्ष यात्री को ‘अंतरिक्ष यात्री पंख’ प्रदान करेंगे। गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है जिसके लिए विभिन्न इसरो केंद्रों पर व्यापक तैयारी चल रही है।
पीएम मोदी का कार्यक्रम
कार्यक्रम के मुताबिक 27 फरवरी को सुबह करीब 10:45 बजे पीएम केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का दौरा करेंगे। शाम लगभग 5:15 बजे, तमिलनाडु के मदुरै में ‘क्रिएटिंग द फ्यूचर – डिजिटल मोबिलिटी फॉर ऑटोमोटिव एमएसएमई उद्यमियों’ कार्यक्रम में भाग लेंगे।
28 फरवरी को सुबह करीब 9:45 बजे पीएम मोदी तमिलनाडु के थूथुकुडी में लगभग 17,300 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। लगभग 4:30 बजे, महाराष्ट्र के यवतमाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेंगे और यवतमाल, महाराष्ट्र में 4900 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। वह कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान और अन्य योजनाओं के तहत लाभ भी जारी करेंगे।
केरल में पीएम
केरल में पीएम मोदी देश के अंतरिक्ष क्षेत्र की पूर्ण क्षमता का एहसास करने के लिए इसमें सुधार लाने के के दृष्टिकोण और इस क्षेत्र में तकनीकी और अनुसंधान एवं विकास क्षमता को बढ़ाने के लिए विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम में तीन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए विश्व स्तरीय तकनीकी सुविधाएं प्रदान करने वाली ये तीन परियोजनाएं लगभग 1800 करोड़ रुपये की संचयी लागत पर विकसित की गई हैं।
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पीएसएलवी एकीकरण सुविधा (पीआईएफ) पीएसएलवी प्रक्षेपण की आवृत्ति को प्रति वर्ष 6 से 15 तक बढ़ाने में मदद करेगी। यह अत्याधुनिक सुविधा एसएसएलवी और निजी अंतरिक्ष कंपनियों द्वारा डिजाइन किए गए अन्य छोटे प्रक्षेपण वाहनों के प्रक्षेपण को भी पूरा कर सकती है।
तमिलनाडु में पीएम
मदुरै में प्रधानमंत्री ‘भविष्य का निर्माण – ऑटोमोटिव एमएसएमई उद्यमियों के लिए डिजिटल गतिशीलता’ कार्यक्रम में भाग लेंगे, और ऑटोमोटिव क्षेत्र में काम करने वाले हजारों सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) उद्यमियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग में एमएसएमई को समर्थन और उत्थान के लिए डिज़ाइन की गई दो प्रमुख पहलों की भी शुरुआत करेंगे।
थूथुकुडी में सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री वी.ओ.चिदंबरनार बंदरगाह पर आउटर हार्बर कंटेनर टर्मिनल की आधारशिला रखेंगे। यह कंटेनर टर्मिनल वी.ओ.चिदंबरनार बंदरगाह को पूर्वी तट के लिए एक ट्रांसशिपमेंट हब में बदलने की दिशा में एक कदम है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत की लंबी तटरेखा और अनुकूल भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाना और वैश्विक व्यापार क्षेत्र में भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत करना है। प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना से क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री वी.ओ.चिदंबरनार बंदरगाह को देश का पहला हरित हाइड्रोजन हब बंदरगाह बनाने के उद्देश्य से विभिन्न अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में अलवणीकरण संयंत्र, हाइड्रोजन उत्पादन और बंकरिंग सुविधा आदि शामिल हैं।
प्रधानमंत्री हरित नौका पहल के तहत भारत के पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल अंतर्देशीय जलमार्ग जहाज का भी शुभारंभ करेंगे। यह जहाज कोचीन शिपयार्ड द्वारा निर्मित है और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को अपनाने और देश की नेट-शून्य प्रतिबद्धताओं के साथ एक अग्रणी कदम है। साथ ही, प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान दस राज्यों में 75 प्रकाशस्तंभों में पर्यटन सुविधाएं भी समर्पित करेंगे। इसके अलावा सड़क और रेल परियोजनाएं भी शामिल हैं।