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देश में पानी की प्रणाली से महिलाओं को जोड़ने वाले जल दिवाली अभियान को मिली शानदार सफलता

देश में पानी की प्रणाली से महिलाओं को जोड़ने वाले जल दिवाली अभियान को मिली शानदार सफलता
  • PublishedNovember 10, 2023

इस परिवर्तनकारी अभियान का उद्देश्य जल प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना था। अभियान के तहत देश के विभिन्न भागों से 14,000 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया और देश भर में महिलाओं ने 530 से अधिक जल उपचार संयंत्रों का दौरा किया।

जल के लिए महिलाएं, महिलाओं के लिए जल, जल दिवाली तीन दिवसीय अभियान कल गरुवार (9 नवंबर) को शानदार सफलता के साथ संपन्न हुआ। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) और ओडिशा शहरी अकादमी के साथ साझेदारी में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) ने एक अग्रणी पहल “जल के लिए महिलाएं, महिलाओं के लिए जल” शीर्षक के तीन दिवसीय अभियान को 7 नवंबर से शुरु किया था। इस परिवर्तनकारी अभियान का उद्देश्य जल प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना था। अभियान के तहत देश के विभिन्न भागों से 14,000 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया और देश भर में महिलाओं ने 530 से अधिक जल उपचार संयंत्रों का दौरा किया।

महिलाओं ने जल उपचार संयंत्रों का किया दौरा

आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अनुसार इस तीन दिवसीय अभियान में देश के विभिन्न हिस्सों (चुनावी राज्यों को छोड़कर) से 14,000 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया, जो “जल दिवाली” में सक्रिय रूप से शामिल थीं। अभियान के दौरान, इन सशक्त महिलाओं ने देश भर में 530 से अधिक जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) का दौरा किया और घरों में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुंचाने में शामिल जटिल प्रक्रियाओं को देखा। राज्य के अधिकारियों ने अभियान की सफलता में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए एसएचजी (SHG) महिलाओं का स्वागत किया। सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण मैनुअल, पानी की बोतलें, सिपर्स, पर्यावरण अनुकूल बैग और बैज जैसी आवश्यक वस्तुओं सहित फील्ड विजिट किट दिए गए।

महिलाओं को मिली जानकारी

महिलाओं ने पानी के बुनियादी ढांचे को देखा और उन्हें पानी की गुणवत्ता परीक्षण प्रोटोकॉल पर विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिला। यह महिलाएं पानी की गुणवत्ता के परीक्षणों (testing) में शामिल हुईं। इससे उन्हें अपने समुदायों के लिए पानी की शुद्धता के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित कर सकेंगी, यह जल के बुनियादी ढांचे के प्रति जिम्मेदारी की गहरी भावना को दर्शाता है।

अमृत योजना के तहत चलाया गया जल दिवाली अभियान

“जल दिवाली” के फोकस क्षेत्रों में अमृत योजना (AMRUT scheme) और इसके व्यापक प्रभाव के बारे में महिलाओं को जानकारी मुहैया कराना, महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा तैयार किए गए स्मृति चिन्हों और लेखों के माध्यम से समावेशिता को बढ़ावा देना शामिल था। यह प्रतिभागियों के लिए स्थायी जल संसाधनों के संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग के लिए जल प्रबंधन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जून 2015 में कायाकल्प और शहरी परिवर्तन के लिए अटल मिशन (अमृत) लॉन्च किया था। यह पहला केंद्रित राष्ट्रीय जल मिशन है, जिसे 500 शहरों में लॉन्च किया गया। अमृत (AMRUT) योजना गरीबों और वंचितों पर प्रमुख ध्यान देने के साथ जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए शहरी क्षेत्रों में बुनियादी नागरिक सुविधाएं प्रदान करने की एक पहल है।

मंत्रालय ने बताया कि 29 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के के स्वयं सहायता समूहों और अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों ने जल अवसंरचना के महत्वपूर्ण क्षेत्र में समावेशिता और महिला सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है।