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KAZIND 2023 के लिए भारतीय सुरक्षा बलों का दल कजाकिस्तान रवाना, सैन्य अभ्यास में दिखाएंगे ताकत

KAZIND 2023 के लिए भारतीय सुरक्षा बलों का दल कजाकिस्तान रवाना, सैन्य अभ्यास में दिखाएंगे ताकत
  • PublishedOctober 30, 2023

भारतीय थलसेना और भारतीय वायु सेना की 120 सैन्‍य कर्मियों वाली टुकड़ी संयुक्त सैन्य ‘अभ्‍यास काज़िंड-2023’ के 7वें संस्करण में भाग लेने के लिए रविवार (29 अक्टूबर) को कजाकिस्तान के लिए रवाना हो गयी। इस सैन्य अभ्यास का आयोजन 30 अक्टूबर से 11 नवंबर 2023 तक कतर कजाकिस्तान में किया जा रहा है

भारत और कजाकिस्तान का संयुक्त सैन्य अभ्यास काजिंद-2023 (KAZIND-2023) का आयोजन कजाकिस्तान के ओटार में होने वाला है। भारतीय थलसेना और भारतीय वायु सेना की 120 सैन्‍य कर्मियों वाली टुकड़ी संयुक्त सैन्य ‘अभ्‍यास काज़िंड-2023’ के 7वें संस्करण में भाग लेने के लिए रविवार (29 अक्टूबर) को कजाकिस्तान के लिए रवाना हो गयी। इस सैन्य अभ्यास का आयोजन 30 अक्टूबर से 11 नवंबर 2023 तक कतर कजाकिस्तान में किया जा रहा है।

दोनों देशों के सेनाएं करेंगी एक साथ करेंगी अभ्यास

भारतीय सेना के दल में डोगरा रेजिमेंट की एक बटालियन के नेतृत्व में 90 सैन्‍य कर्मी शामिल हैं। कजाकिस्तान के सैन्‍य दल का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से कजाख ग्राउंड फोर्सेज के दक्षिण क्षेत्रीय कमान के सैन्‍य कर्मियों द्वारा किया जाता है। इस सैन्‍य अभ्यास के वर्तमान संस्करण में सेना की टुकड़ियों के साथ दोनों पक्षों से वायु सेना के 30 सैन्‍य कर्मी भी भाग ले रहे है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार सैन्य अभ्यास के इस संस्करण में दोनों सैन्‍य पक्ष संयुक्त राष्ट्र के अधिदेश के अंतर्गत उप-औपचारिक वातावरण में आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन का अभ्यास करेंगे। यह टुकड़ियां संयुक्त रूप से विभिन्न सामरिक अभ्यासों का अभ्यास करेंगी, जिसमें छापेमारी, खोज और विनाश संचालन, छोटी टीम प्रविष्टि और निष्कर्षण संचालन आदि शामिल हैं। अभ्यास के कार्यक्षेत्र में काउंटर मानव रहित हवाई प्रणाली संचालन भी शामिल है।

दोनों देशों की सेनाओं को मिलेगी मदद

इस अभ्यास से दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक-दूसरे की रणनीति, युद्ध अभ्यास और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी।
दोनों सैन्य पक्षों को युद्ध कौशल के व्यापक स्पेक्ट्रम पर अभ्यास करने और एक-दूसरे से पारस्परिक रूप से सीखने का अवसर प्राप्‍त होगा। यह अभ्यास प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और सर्वश्रेष्‍ठ अभ्‍यासों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगा। ‘एक्सरसाइज काज़िंड-2023’ दोनों सेनाओं के बीच संबंधों को और अधिक प्रबल करेगा।

संयुक्त अभ्यास वर्ष 2016 में ‘एक्सरसाइज प्रबल दोस्‍तीक’ के रूप में हुआ शुरू

भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त अभ्यास को वर्ष 2016 में ‘एक्सरसाइज प्रबल दोस्‍तीक’ के रूप में शुरू किया गया था। दूसरे संस्करण के बाद, अभ्यास को कंपनी-स्तरीय अभ्यास में अपग्रेड किया गया और इसका नाम बदलकर ‘एक्सरसाइज काज़िंड’ कर दिया गया। ज्ञात हो कि इस वर्ष वायु सेना को शामिल करके अभ्यास को द्वि-सेवा अभ्यास के रूप में अपग्रेड किया गया है।