World Food India-2023: भारत मंडपम में -5 नवंबर तक भव्य आयोजन, दुनिया का सबसे लंबा मिलेट डोसा बनाएंगे 60 से 80 शेफ
तीन दिनों में आने वाले 75 हजार आगंतुकों को नृत्य और संगीत प्रदर्शन सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद मिलेगा।
नई दिल्ली में 3-5 नवंबर तक ‘वर्ल्ड फूड इंडिया 2023’ का दूसरा संस्करण आयोजित किया जा रहा है। पीएम मोदी 03 नवंबर को प्रगति मैदान के भारत मंडपम में कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 05 नवंबर को कार्यक्रम में समापन भाषण देंगी। वर्ल्ड फूड इंडिया के इस संस्करण में नीदरलैंड ‘साझेदार देश’ होगा, जबकि जापान और वियतनाम ‘फोकस देश’ हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य वैश्विक हितधारकों से सहयोग और निवेश की अपेक्षा में भारतीय खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को प्रदर्शित किया जा सके। इस कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 की गतिविधियों के हिस्से के तौर पर आयोजित किया जा रहा है और इसमें बाजरा (श्रीअन्न), जैविक उपज और स्वदेशी रूप से प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ कुछ फोकस वाले क्षेत्र होंगे।
दुनिया का सबसे लंबा मिलेट डोसा बनाएंगे 60 से 80 शेफ
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बुधवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि भारत में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड फूड इंडिया-2023 में दुनिया का सबसे लंबा मिलेट डोसा बनाने के लिए 60 से 80 शेफ मिलकर काम करेंगे। 100 फीट से अधिक लंबा डोसा बनाकर वे गिनीज रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करेंगे। सेलिब्रिटी शेफ रणवीर बरार द्वारा संचालित अनुभवात्मक फूड स्ट्रीट, भोजन के प्रति उत्साही और उद्योग के पेशेवरों के लिए मुख्य आकर्षण होंगे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन
अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष-2023 का जश्न मनाने के लिए मोटे अनाज पेय पदार्थों के 50 हजार टेट्रा-पैक कंटेनरों की एक विशाल आकृति बनाई जाएगी और वंचित बच्चों को वितरित की जाएगी। तीन दिनों में आने वाले 75 हजार आगंतुकों को नृत्य और संगीत प्रदर्शन सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद मिलेगा। केंद्रीय राज्यमंत्री पटेल ने बताया कि वर्ल्ड फूड इंडिया वैश्विक हितधारकों के सामने इस क्षेत्र की क्षमता पेश करने का एक प्रयास है। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, खासकर खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश के कई अवसर हैं।
16 देशों ने कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दी सहमति
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम सरकार के विभिन्न विभागों के आपसी सहयोग का एक अनूठा उदाहरण है। 11 केंद्रीय मंत्रालय व विभाग और उनसे जुड़े स्वायत्त निकाय इसमें भाग ले रहे हैं। अब तक 23 राज्य व केंद्रशासित प्रदेशों और 16 देशों के प्रदर्शकों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सहमति दे दी है और कार्यक्रम के शेष दिनों में और अधिक हितधारकों के इसमें शामिल होने की संभावना है।
लगभग 1000 विदेशी खरीदारों के भाग लेने की संभावना
केंद्रीय मंत्री ने इस आयोजन में व्यापक अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि कई देशों के लगभग 10 विदेशी मंत्रिस्तरीय और आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल इस आयोजन में भाग ले रहे हैं। इस आयोजन के हिस्से के रूप में वाणिज्य विभाग और उससे जुड़े कमोडिटी बोर्डों के सहयोग से एक रिवर्स बायर सेलर मीट का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें 75 से अधिक देशों के लगभग 1000 विदेशी खरीदारों के भाग लेने की संभावना है। कुल मिलाकर इस आयोजन में 900 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने की संभावना है।