माता वैष्णो देवी के दर्शन करना हुआ आसान, राष्ट्रपति ने किया नवनिर्मित स्काईवॉक का उद्घाटन
माता वैष्णो देवी भवन पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्काईवॉक बनाया गया है। यह 15 करोड़ रुपये की लागत से इसे डेढ़ साल में बनकर तैयार हुआ है। इसमें मां दुर्गा के नौ रूपों को प्रतिबिंबित किया गया है, जिसे नव दुर्गापथ नाम दिया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को माता वैष्णो देवी के दर्शन किए। इस मौके पर राष्ट्रपति ने नवनिर्मित स्काईवॉक और नवदुर्गा पथ का उद्घाटन भी किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार से अपने दो दिवसीय प्रवास पर जम्मू व कश्मीर में हैं। राष्ट्रपति मुर्मू गुरुवार दोपहर को पंछी हेलीपैड पर पहुंचीं और यहां से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए रवाना हुईं। भवन पहुंच कर मुर्मू ने माता वैष्णो देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना की। उन्होंने मां के दरबार में माथा टेक कर सबकी सुख-शांति के लिए प्रार्थना भी की।
राष्ट्रपति ने मां वैष्णो देवी भवन पर बने स्काईवॉक व नवदुर्गा पथ का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उनका स्वागत श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग और पुलिस के आला अधिकारियों ने किया। उनके साथ जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे।
15 करोड़ की लगात से बना है स्कॉईवॉक
माता वैष्णो देवी भवन पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्काईवॉक बनाया गया है। यह 15 करोड़ रुपये की लागत से इसे डेढ़ साल में बनकर तैयार हुआ है। इसमें मां दुर्गा के नौ रूपों को प्रतिबिंबित किया गया है, जिसे नव दुर्गापथ नाम दिया गया है। प्रवेश द्वार पर 60 मीटर लंबी गुफा बनाई गई है, ताकि श्रद्धालुओं को मां वैष्णो देवी की प्राचीन गुफा का अहसास हो सके। यहां प्रत्येक 100 मीटर की दूरी पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षा हॉल का निर्माण किया गया है।
स्काईवॉक के एक ओर शीशा लगाया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को भवन के दर्शन होते रहें। इसके साथ ही माता वैष्णो देवी के श्लोक तथा मंत्र आदि अंकित किए गए हैं ताकि भक्ति पूर्ण वातावरण बना रहे। स्काईवॉक से एक समय में छह हजार से अधिक श्रद्धालु मंदिर तक पहुंच सकेंगे। इसे ट्रैक से 20 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। भवन के प्रवेश द्वार पर बने स्काईवॉक का नवदुर्गा पथ शारदीय नवरात्र पर भक्तों का स्वागत करेगा। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा स्काईवाक फ्लाईओवर में लकड़ी की फ्लोरिंग की गई है। इससे नंगे पांव चलने में दिक्कत नहीं होगी।