एलिम्को सहायक उत्पादन केंद्र भूमि पूजन कार्यक्रम
केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार डॉ. वीरेन्द्र कुमार द्वारा मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत कार्यरत उपक्रम भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) की नई सहायक उत्पादन केंद्र इकाई को टीकमगढ़ मे स्थापित करने हेतु ग्राम पहाड़ी खुर्द मे आवंटित स्थान के भूमि पूजन और शिलापट्टिका का अनावरण किया गया। इस अवसर पर श्री राकेश गिरि गोस्वामी,विधायक, टीकमगढ़, क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधि, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार के संयुक्त सचिव, श्री राजेश यादव, एलिम्को के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री प्रवीण कुमार, जिला प्रसाशन टीकमगढ़ के वरिष्ट अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कानपुर स्थित एलिम्को उच्चकोटि के सहायक उपकरण व कृत्रिम अंग के निर्माण एवं वितरण का कार्य करते हए अपने 50 वर्ष पूरे कर चुका है। एलिम्को की एक इकाई की जरूरत बुंदेलखंड क्षेत्र के दिव्यागंजनों के लिए महसूस हुई । इस संबंध मे मध्य प्रदेश सरकार मंत्रालय द्वारा टीकमगढ़ जले मे भूमि आवंटन के लिए सहयोग मांगा गया और मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ग्राम पहाड़ी खुर्द मे भूमि प्रदान की गई।
वर्तमान मे एलिम्को अपने 5 सहायक उत्पादन केन्द्रों के माध्यम से पूरे देश के दिव्यांगजनों के लिए सहायक उकरणों के निर्माण का कार्य कर रहा है, अब टीकमगढ़ मे एलिम्को की नयी सुविधा के बनने के बाद निगम द्वरा सहायक उपकरणो का उत्पादन और वितरण का कार्य भी शुरू किया जाएगा।
एलिम्को सहायक उत्पादन केन्द्र टीकमगढ़ के मुख्य बिन्दुः-
टीकमगढ़ में एलिम्को इकाई लगभग 7 एकड़ क्षेत्र में 35 करोड़ रुपये से अधिक के अनुमानित बजट के साथ बनाई जा रही है।
इकाई निर्माण परियोजना को बेहतर और समय बद्ध तरीके से पूरा करने के लिए तथा राज्य / जिला प्रशासन के साथ परियोजना से संबंधित सामंजस्य के लिए आनंतपुरा, झांसी रोड पर एलिम्को परियोजना कार्यालय भी खोला गया है।
यह इकाई सर्वाइकल कॉलर, स्पाइनल सपोर्ट, नी ब्रेस और एलएस बेल्ट जैसे धागे आधारित उत्पादों का उत्पादन करेगी।
टीकमगढ़ एवं आस पास के क्षेत्र के दिव्यागंजनों और वरिष्ट नागरिकों को इस इकाई से सेवा उपलब्ध हो पायेगी ।
इस इकाई में बुंदेलखंड क्षेत्र के दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए सहायक उपकरणों के मूल्यांकन और कृत्रिम अंग प्रदान करने की सुविधा के लिए विशेषज्ञों के साथ एक ऑर्थोटिक और प्रोस्थेटिक सेंटेर भी होगा।
उत्पादन के अतिरिक्त आधुनिक कृत्रिम अंग फिटिंग सेन्टर के माध्यम से दिव्यांगजनों को आधुनिक कृत्रिम अंग की सुविधा भी उपलब्ध हो पायेगी।
क्षेत्र की स्थानीय जनता के लिए प्रत्ययक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्रदान होगें।
यूनिट में व्हील चेयर, मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल, मैनुअल ट्राइसाइकिल, बैसाखी, श्रवण यंत्र आदि जैसे सहायक उपकरणों और उपकरणों का पर्याप्त स्टॉक रखने के लिए एक गोदाम भी होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्षेत्र में दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को उनकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार तुरंत सेवा प्रदान की जा सके।
लाभार्थियों द्वारा प्राप्त किए गए सहायक उपकरण मे यदि किसी भी प्रकार की खराबी आती है तो उस समस्या के निवारण के लिए इकाई में एक पूरी तरह से सुसज्जित उपकरण सुधार सेवा केंद्र बनाया जाएगा। उपकरण प्रदान करने के बाद सेवा केंद्र की उपस्थिति यह सुनिश्चित करेगी कि दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्राप्त होने के बाद किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।