India’s Got Talent के मंच पर पहुंचे गुरदास मान, अपनी आवाज से बांधा समां, मुरीद हुईं शिल्पा शेट्टी
नई दिल्ली. ‘इंडियाज़ गॉट टैलेंट’ के सीजन 10 में दिल्ली के फरहान साबिर लाइव छाप तिलक साब पर कव्वाली की प्रस्तुति करते हुए हर किसी का दिल छू लेंगे. इस परफॉर्मेंस से प्रभावित होकर मेहमान गुरदास मान ग्रुप की तारीफ करते हुए कहेंगे, ‘हज़रत अमीर खुसरो की यह कव्वाली असाधारण है. उनकी ज़ुबान से निकले शब्द अटल हैं और कोई भी उन्हें उनकी राह से नहीं डिगा सकता. उनकी कव्वाली ने मुझे मंत्रमुग्ध कर दिया और मैं यह महसूस कर सका कि आपने भी अपनी परफॉर्मेंस से मुझे अपना भक्त बना लिया है. इस खुशी को बरकरार रखें.’
बादशाह ने की तारीफ
इसके बाद तारीफ करते हुए बादशाह कहते हैं, ‘आपने स्टेज शो और कॉन्सर्ट करने और पूरी दुनिया में देखे जाने की चाहत के बारे में बात की? मुझे लगता है कि आज की परफॉर्मेंस में, मैं आपके सपने को साकार होते देख रहा हूं, यह बहुत अच्छी परफॉर्मेंस थी. आपकी आवाज वास्तव में ईश्वर का उपहार है, जिस तरह से आप उन धुनों को गा रहे थे, मुझे स्पष्ट था कि आपकी आवाज हमेशा यादों में रहेगी और, वो दिन दूर नहीं जब आप भी बड़े-बड़े कॉन्सर्ट में परफॉर्म करेंगे.’
गुरदास मान की फैन हुईं शिल्पा शेट्टी
इसके अलावा शिल्पा बताएंगी कि वर्कआउट के दौरान वह गुरदास मान के गानों को बहुत सुनती हैं. वह कहती हैं, ‘मेरी शादी एक पंजाबी परिवार में हुई है और मैं खुद आधी पंजाबी बन गई हूं. मैं पहले भी गुरदास जी की प्रशंसक रही हूं, लेकिन आपके गानों के अर्थों की गहराई मुझे मेरे पति ने समझाई. वह आपके बहुत बड़े प्रशंसक हैं. हम जिम में भी आपके गाने सुनते हैं, और उन्हें सुनकर हम ऊर्जा से भर जाते हैं.’
बादशाह ने की तारीफ
इसके बाद तारीफ करते हुए बादशाह कहते हैं, ‘आपने स्टेज शो और कॉन्सर्ट करने और पूरी दुनिया में देखे जाने की चाहत के बारे में बात की? मुझे लगता है कि आज की परफॉर्मेंस में, मैं आपके सपने को साकार होते देख रहा हूं, यह बहुत अच्छी परफॉर्मेंस थी. आपकी आवाज वास्तव में ईश्वर का उपहार है, जिस तरह से आप उन धुनों को गा रहे थे, मुझे स्पष्ट था कि आपकी आवाज हमेशा यादों में रहेगी और, वो दिन दूर नहीं जब आप भी बड़े-बड़े कॉन्सर्ट में परफॉर्म करेंगे.’
गुरदास मान की फैन हुईं शिल्पा शेट्टी
इसके अलावा शिल्पा बताएंगी कि वर्कआउट के दौरान वह गुरदास मान के गानों को बहुत सुनती हैं. वह कहती हैं, ‘मेरी शादी एक पंजाबी परिवार में हुई है और मैं खुद आधी पंजाबी बन गई हूं. मैं पहले भी गुरदास जी की प्रशंसक रही हूं, लेकिन आपके गानों के अर्थों की गहराई मुझे मेरे पति ने समझाई. वह आपके बहुत बड़े प्रशंसक हैं. हम जिम में भी आपके गाने सुनते हैं, और उन्हें सुनकर हम ऊर्जा से भर जाते हैं.’