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NLC इंडिया लिमिटेड ने सौर परियोजना के लिए बिजली उपयोग का राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ किया समझौता

NLC इंडिया लिमिटेड ने सौर परियोजना के लिए बिजली उपयोग का राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ किया समझौता
  • PublishedAugust 19, 2023

एनएलसी इंडिया लिमिटेड एक कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत हैं। इसके पास वर्तमान में 1,421 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता है। कंपनी की कॉर्पोरेट योजना के अनुसार वह 2030 तक 6,031 मेगावाट क्षमता स्थापित करने पर विचार कर रही है।

एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने सीपीएसयू योजना के तहत 300 मेगावाट सौर ऊर्जा की आपूर्ति के लिए राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के साथ 17 अगस्त को जयपुर में बिजली उपयोग का समझौता किया है। एनएलसी इंडिया लिमिटेड नवरत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम हैं। यह एक कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत है। वर्तमान में इसके पास 1,421 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता है। कंपनी की कॉर्पोरेट योजना के अनुसार वह 2030 तक 6,031 मेगावाट क्षमता स्थापित करने पर विचार कर रही है।

300 मेगावाट सौर परियोजना के लिए हुआ विद्युत उपयोग समझौता

कल जयपुर में 300 मेगावाट सौर परियोजना के लिए विद्युत उपयोग समझौते (पीयूए) पर एनएलसी इंडिया लिमिटेड और राजस्थान ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (आरयूवीएनएल) के बीच आरयूवीएनएल के निदेशक (वित्त) डी.के. जैन और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के जीएम (पीबीडी) डी. पी. सिंह ने राजस्थान सरकार के प्रधान सचिव (ऊर्जा) भास्कर ए सावंत, आरयूवीएनएल के प्रबंध निदेशक एमएम रणवा और एनएलसी इंडिया लिमिटेड के सीएमडी प्रसन्ना कुमार मोटुपल्ली, एनएलसीआईएल के ईडी (वित्त) मुकेश अग्रवाल, बरसिंगसर के प्रोजेक्ट हेड जगदीश चंद्र मजूमदार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में राजस्थान सरकार को अगले 25 वर्षों तक आपूर्ति के लिए हस्ताक्षर किए हैं ।

NLC इंडिया लिमिटेड के पास वर्तमान में 1,421 मेगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता

एनएलसी इंडिया लिमिटेड एक कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत हैं। इसके पास वर्तमान में 1,421 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता है। कंपनी की कॉर्पोरेट योजना के अनुसार वह 2030 तक 6,031 मेगावाट क्षमता स्थापित करने पर विचार कर रही है।

प्रतिवर्ष 750 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन होगा

इस परियोजना से प्रतिवर्ष 750 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन किया जाएगा और उत्पादित कुल हरित विद्युत राजस्थान को आपूर्ति की जाएगी। यह परियोजना राजस्थान को उनके नवीकरणीय ऊर्जा खरीद दायित्व लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी। यह परियोजना से उत्पन्न विद्युत से हर साल 0.726 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाने में मदद करेगी। नवीकरणीय ऊर्जा के संबंध में, तमिलनाडु में वर्तमान में 1.40 गीगावॉट क्षमता के अतिरिक्त, पहली बार एनएलसीआईएल अन्य राज्यों में इस क्षमता का विस्तार कर रहा है।