देश के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले ‘वीरों’ को श्रद्धांजलि देने के लिए “मेरी माटी मेरा देश” अभियान
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की घोषणा की थी। इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। इस अभियान में वीरों को याद करने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। उनकी स्मृति में अमृत सरोवरों के निकट ग्राम पंचायतों में शिलाफलकम (स्मारक पट्टिकाएं) स्थापित किये जायेंगे। यह जानकारी आज नई दिल्ली में सूचना एवं प्रसारण और दूरसंचार विभाग के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा, संस्कृति सचिव श्री गोविंद मोहन और युवा कार्यक्रम सचिव श्रीमती मीता राजीवलोचन द्वारा आयोजित एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में साझा की गई। इस अवसर पर प्रसार भारती के सीईओ श्री गौरव द्विवेदी भी उपस्थित थे।
संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, श्री अपूर्व चंद्रा ने कहा कि मेरी माटी मेरा देश; आजादी का अमृत महोत्सव का समापन कार्यक्रम होगा, जिसके तहत भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने का उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले साल आयोजित राष्ट्रव्यापी अभियान, हर घर तिरंगा बेहद सफल रहा था और इस साल आजादी का अमृत महोत्सव के तहत एक और महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘मेरी माटी मेरा देश’ शुरू किया जा रहा है। श्री अपूर्व चंद्रा ने बताया कि वीरों को श्रद्धांजलि के रूप में शिलाफलकम स्थापित करना, मिट्टी का नमन और वीरों का वंदन; मेरी माटी मेरा देश अभियान के प्रमुख घटक हैं। उन्होंने कहा कि इस साल भी हर घर तिरंगा का आयोजन किया जाएगा, लेकिन इसे मेरी माटी मेरा देश के एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में मनाया जाएगा। सचिव ने अभियान के बारे में जागरूकता पैदा करने और इसे देश के हर कोने तक ले जाने में मीडिया की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
संस्कृति सचिव श्री गोविंद मोहन ने अपनी प्रस्तुति में बताया कि अभियान में स्वतंत्रता सेनानियों और सुरक्षा बलों को समर्पित शिलाफलकम् की स्थापना जैसे कार्यक्रमों के साथ-साथ पंच प्राण प्रतिज्ञा, वसुधा वंदन, वीरों का वंदन जैसी पहल शामिल होंगी, जो हमारे वीरों के वीरतापूर्ण बलिदानों का सम्मान करती हैं। गाँव, पंचायत, ब्लॉक, कस्बे, शहर, नगर पालिका आदि के स्थानीय वीरों के बलिदान की भावना को सलाम करने वाली शिलाफलकम या स्मारक पट्टिकाएँ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित की जायेंगी। इसमें उस क्षेत्र से संबंधित उन लोगों के नाम के साथ प्रधानमंत्री का संदेश होगा, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया था।