केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रूरल वॉश पार्टनर्स फोरम पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने रूरल वॉश पार्टनर्स फोरम (आरडब्ल्यूपीएफ) के गठन की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आरडब्ल्यूपीएफ पर दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन का विषय ‘स्वच्छ सुजल भारत की दिशा में प्रगति में तेजी लाना’ है। आरडब्ल्यूपीएफ भारत के ग्रामीण वॉश क्षेत्र में काम करने वाले विकास/क्षेत्र से जुड़े साझेदारों के लिए केपीएमजी इंडिया के सहयोग से पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) द्वारा स्थापित एक मंच है। फोरम का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के प्रमुख मिशन जल जीवन मिशन (जेजेएम) और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) के शीघ्र कार्यान्वयन का समर्थन करना है। फोरम ने बेहतर सहयोग और तालमेल के लिए ग्रामीण वॉश क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों को एक छतरी के नीचे लाया है, इसके अलावा शिक्षण और ज्ञान साझा करने का माहौल बनाया है, मापन योग्य और किफायती समाधान ढूंढे हैं, प्रयासों में ओवरलैप से बचते हुए सर्वोत्तम तौर-तरीकों और सफलता की कहानियों को साझा किया है।
प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “सरकार द्वारा नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि प्रधानमंत्री हाथ में झाड़ू लेकर सड़कों की सफाई करते, राजमिस्त्री के रूप में शौचालय का निर्माण करते नजर आएंगे, लेकिन उच्चतम स्तर पर धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ, हमने सभी बाधाओं को पार करते हुए लक्ष्य हासिल किया और देश 2 अक्टूबर, 2019 को खुले में शौच से मुक्त हो गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन के तहत, हमने 12.6 करोड़ से अधिक नल कनेक्शन और 64 प्रतिशत से अधिक गांवों को ओडीएफ प्लस गांव घोषित किया गया है। आरडब्ल्यूपीएफ सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि उनकी जमीनी उपस्थिति अंतिम मील कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने में काफी मदद करेगी।
जल शक्ति और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने प्रत्येक ग्रामीण घर में नल के पानी के कनेक्शन के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करने के लिए सरकार, विकास भागीदारों, नागरिक समाज और समुदाय के सहयोगात्मक प्रयास के बारे में बात की। श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा, “सात छोटे कलशों से एक बड़े कलश में पानी डालना यह सुनिश्चित करने के लिए सभी के द्वारा किए गए उस प्रयास का प्रतीक है कि निर्धारित गुणवत्ता का पानी पर्याप्त मात्रा में हर ग्रामीण घर तक पहुंचे और ‘कोई भी छूटे नहीं।’ यह मंच तकनीकी सहायता, ज्ञान साझा करने और वॉश क्षेत्र में व्यापक पहुंच और प्रभाव रखने वाले संगठनों की सहयोगात्मक सहायता के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण – चरण II) और जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन में पेयजन एवं स्वच्छता विभाग के प्रयासों का समर्थन करता है।