सचिव, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने पुणे में अखिल भारतीय केंद्र सरकार पेंशनर्स एसोसिएशन और रक्षा लेखा पेंशनर्स एसोसिएशन के सदस्यों को संबोधित किया
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने पेंशनभोगियों के कल्याण में सुधार करने की दिशा में कई पहल की हैं जिनमें पेंशन संबंधी विभिन्न गतिविधियों का डिजिटलीकरण भी शामिल है। विभाग ने विभिन्न माध्यमों से सभी पेंशनभोगियों तक पहुंचने और उनकी पहलों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिससे सभी पेंशनभोगी उनके लिए लागू किए गए लाभों का उपयोग करने में सक्षम हो सकें।
पेंशनभोगियों को आवश्यक जानकारी देने और उनके सामने आने वाले मुद्दों को समझने के साथ-साथ उनके द्वारा भेजे गए किसी भी सुझाव पर ध्यान देने के उद्देश्य से, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग पेंशनभोगियों के लिए ऑनलाइन मोड के साथ-साथ भौतिक रूप से आयोजित बैठकों के माध्यम से भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। पेंशनभोगी पोर्टल के तहत, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के पास वर्तमान में देश के 50 पेंशनभोगी संघ पंजीकृत हैं।
पेंशनभोगियों तक पहुंच कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, इस विभाग ने पंजीकृत पेंशनभोगी संघों के साथ नियमित अंतराल पर ऑनलाइन और भौतिक रूप से बैठकों की एक श्रृंखला का आयोजन शुरू किया है। इस श्रृंखला के एक हिस्से के रूप में, पुणे में दो पंजीकृत पेंशनभोगी संघों, ऑल इंडिया सेंट्रल गवर्नमेंट पेंशनर्स एसोसिएशन और डिफेंस अकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन, के सदस्यों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसके लिए श्री वी. श्रीनिवास, सचिव, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग और श्री संजीव नारायण माथुर, अपर सचिव, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने 21 जुलाई, 2023 को पुणे का दौरा किया।
बातचीत के दौरान, सचिव (पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग) ने एसोसिएशन के सदस्यों को विभाग की विभिन्न पहलों से अवगत कराया, जिनमें राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान, लंबे समय से चली आ रही शिकायतों का मौके पर ही समाधान करने के लिए राष्ट्रव्यापी पेंशन अदालतें और अनुभव पोर्टल शामिल है। इसमें विभिन्न सेवानिवृत्त लोगों द्वारा प्रस्तुत किये गए लेख प्रकाशित किए जाते हैं। उन्होंने सदस्यों को विभाग के ऑनलाइन शिकायत पंजीकरण पोर्टल सीपीईएनजीआरएएमएस के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग द्वारा की गई पहलों के बारे में संदेश का प्रचार करने और दूरदराज के क्षेत्रों में रह रहे पेंशनभोगियों द्वारा डिजिटल शिक्षा की दिशा में सक्रिय रूप से काम करने के बारे में पेंशनभोगी संघों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने एसोसिएशनों से फीडबैक लिया और एसोसिएशनों के जानकार सदस्यों के साथ की गई बातचीत की सराहना की। उन्होंने प्रतिभागियों को अनुभव पुरस्कार और विभाग के अनुभव पुरस्कार विजेताओं के बारे में बताया।
श्री वी. श्रीनिवास, सचिव (पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग) ने पेंशनभोगियों के लिए गरिमापूर्ण जीवन के महत्व को दोहराते हुए इस क्षेत्र के महत्व को ध्यान में रखते हुए, पेंशन प्रक्रियाओं को सरल बनाने की दिशा में उनके विभाग द्वारा डीएलसी जागरूकता अभियान आयोजित करने के बारे में संबंधित विभाग की पहल को साझा किया। उन्होंने एक नए रोडमैप की पहचान करने के लिए पेंशनभोगी संघों के साथ इस तरह की बातचीत के महत्व पर जोर दिया है। उन्होंने उन बैंकों के सहयोग के बारे में बातचीत की जो समय पर और सही भुगतान के माध्यम से पेंशनभोगियों को सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के अपर सचिव श्री संजीव नारायण माथुर ने अस्पतालों में भर्ती और लाचार पेंशनभोगियों पर विशेष जोर देने के साथ, दूरदराज के स्थानों के पेंशनभोगियों तक पहुंच सक्षम बनाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान आयोजित करने के बारे में संबंधित विभाग की पहल को साझा किया। उन्होंने बताया कि नवंबर 2022 में देश के 37 स्थानों पर आयोजित पिछले राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों को 35 लाख से अधिक डीएलसी बनाने में सक्षम बनाया था और इसी प्रकार इस अभियान के माध्यम से नवंबर 2023 में 100 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव है, जिसमें पेंशनभोगी संघ सक्रिय रूप से भाग लेकर विभाग की मदद करेंगे।
रक्षा सेवा के प्रधान नियंत्रक डॉ. राजीव चव्हाण ने बताया कि पेंशनभोगियों के जीवन को सरल बनाने के लिए, सभी सेवानिवृत्त लोगों को सेवानिवृत्ति से पहले स्मार्ट फोन जैसे उपकरणों के उपयोग के संबंध में तकनीकी रूप से जागरूक किया जाना चाहिए। उन्हें ऐसी जानकारी से होने वाले लाभ, निवेश के तरीकों, बीमा और ऐसे अन्य मामलों के बारे में संवेदनशील बनाया जाना चाहिए। उन्होंने एक साझा मंच पर बातचीत के महत्व के बारे में जानकारी दी। जहां पेंशन के मुद्दों के बारे में चर्चा की जा सकती है और ‘हम’ दृष्टिकोण के साथ सभी सेवा केंद्रों पर मानवीय व्यवहार किये जाने की आवश्यकता के बारे में बताया। जहां तक पेंशनभोगियों को शिक्षित करने का संबंध है, यह विभिन्न सैनिक कल्याण बोर्डों और पेंशनभोगियों के साथ व्यक्तिगत बातचीत के माध्यम से किया जा सकता है। पीसीडीए पुणे प्रत्येक वर्ष 17 दिसंबर को पेंशनर्स दिवस मनाता है जो पेंशनभोगियों के प्रति आदर और सम्मान का प्रतीक है।
श्री एचएफ चौधरी, महासचिव, ऑल इंडिया सेंट्रल गवर्नमेंट पेंशनर्स एसोसिएशन, पुणे और सुश्री राजलक्ष्मी देवराजन, अध्यक्ष, डिफेंस अकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन, पुणे ने अपनी-अपनी एसोसिएशन की संरचना और उनके द्वारा की गई गतिविधियों के बारे में व्यापक जानकारी दी, जिसमें पेंशन आदेशों का प्रचार-प्रसार, सदस्यों के साथ नियमित बैठकें और संबंधित कार्यालयों के साथ उनकी शिकायतों का समाधान करना शामिल है। उन्होंने व्हाट्सएप समूहों, समाचार पत्रों और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से सूचना प्रसारित करने और सदस्यों के साथ बातचीत करने के विभिन्न तरीकों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी डीएलसी अभियान सहित पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग की सभी पहलों में पूर्ण समर्थन और भागीदारी का आश्वासन दिया। दोनों एसोसिएशन ने डीएलसी जागरूकता अभियान और पात्र बेटियों को परिवार पेंशन के लाभ जैसी पहल करने के बारे में पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग का आभार व्यक्त किया।