श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से आयोजित चिंतन शिविर को संबोधित किया
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास व उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज नई दिल्ली में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की ओर से आयोजित चिंतन शिविर को संबोधित किया।
इस शिविर में कौशल विकास और उद्यमिता व इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री राजीव चन्द्रशेखर और एमएसडीई सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने भारत में उद्यमिता के विकास को बढ़ावा देने के लिए इस “चिंतन शिविर” का आयोजन किया। इसका उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देने को लेकर सहयोग करने और एकीकृत दृष्टिकोण बनाने के लिए विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाना है। इन हितधारकों में केंद्रीय मंत्रालय, राज्य सरकारें, संगठन, संस्थान, वित्तीय संस्थान और उद्यमी शामिल हैं।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कौशल विकास पर पूंजी लगाने और नई डिजिटल व निर्माता अर्थव्यवस्था का लाभ कैसे उठाया जाए, इस पर अपने विचारों को साझा किया।
श्री प्रधान ने आगे बताया कि भारत, विश्व का तीसरा सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम है। डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी सहायक सरकारी नीतियों के साथ युवा भारत के नवाचार और रचनात्मकता हमारे युवाओं को नौकरी निर्माता बनने में सक्षम बना रहे हैं। मंत्री ने इस बारे में भी अपने विचार साझा किए कि कैसे कौशल विकास, प्रौद्योगिकी, डिजिटलीकरण, संस्थागत ऋण, क्षमता विकास व ब्रांडिंग जमीनी स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा दे सकते हैं और निम्नतम पायदान की आबादी के बीच से लाखों छोटे-छोटे उद्यमी तैयार कर सकते हैं।