बंद होने की कगार पर थी फिल्म, डिस्ट्रीब्यूटर्स दिखाने लगे तेवर, जिद पर अड़े डायरेक्टर ने बदल दी तकदीर

नई दिल्ली. बॉलीवुड के मेगास्टार और लीजेंड अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को एक समय इंडस्ट्री में अपराधी घोषित कर दिया गया था और हर कोई उनसे दूर जाने लगा था. ये बातें तब कीं हैं जब बोफोर्स घोटाले में अमिताभ का नाम सामने आया और इसका उनके करियर पर काफी असर पड़ा. डिस्ट्रीब्यूटर्स ने उनकी फिल्में खरीदने से इनकार कर दिया और कई फिल्म एक्टर, डायरेक्टर और प्रोड्यसर ने उनके साथ काम करने से मना कर दिया. तब डायरेक्टर केसी बोकाडिया (K. C. Bokadia) ही एक ऐसे डायरेक्टर थे जिन्होंने अमिताभ पर विश्वास किया और अपनी जिद पर अड़े रहे. उन्होंने अमिताभ के लिए बड़ा रिस्क लिया और अपनी फिल्म की शूटिंग करते रहे.
साल साल 1987 के दौरान जब अमिताभ मुसीबत से घिरे हुए थे तो उस समय केसी बोकाड़िया ही थे जो अमिताभ के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे और उनके डूबते करियर को बचाने में उनका साथ दिया. उन्होंने सभी को यकीन दिला दिया कि अमिताभ अभी भी बॉलीवुड के मेगास्टार हैं. जब कोई उनके साथ काम करने को तैयार नहीं था तो उन्होंने उन्हें एक फिल्म ऑफर की. वो फिल्म थी ‘आज का अर्जुन’ (Aaj Ka Arjun ). सभी को लग रहा था कि फिल्म की शूटिंग रुक जाएगी या फिर अगर ये रिलीज हुई तो फ्लॉप हो जाएगी.