संस्कृति मंत्रालय के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने विशेष उत्साह के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने आज देश के सभी 37 सर्किलों में अत्यंत उत्साह और जोश के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में संस्कृति मंत्रालय द्वारा दिल्ली के पुराना किले में एक मनोरम कार्यक्रम सहित विशिष्ट आकर्षण देखे गये, जहां विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने मनोरम योग सत्र का नेतृत्व किया। इसमें संस्कृति मंत्रालय के कर्मचारी, एएसआई के सदस्य, विभिन्न दूतावासों के प्रतिनिधि और जीवन के सभी क्षेत्रों के उत्साही व्यक्तियों सहित लगभग 500 लोग शामिल हुए।
इसी तरह, जालंधर के नूर महल सराय में, संस्कृति और कानून राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल ने प्रतिभागियों को समग्र अभ्यास को अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए एक स्फूर्तिदायक योग सत्र का नेतृत्व किया।
श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने पुराने किले में लोगों को संबोधित करते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और इसका प्रस्ताव करने में प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी पहल का उदाहरण दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि योग यद्यपि विश्व भर में व्यापक रूप से प्रचलित है लेकिन जागरूकता बढ़ाने और प्राचीन प्रणालियों से प्राप्त गहन ज्ञान को प्रोत्साहित करने के लिए एक समर्पित दिन की कमी थी। श्रीमती लेखी ने इस बात पर बल दिया कि योग एकता की भावना को बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति अपने शरीर और मस्तिष्क में सामंजस्य स्थापित कर सकते हैं और अंततः इससे व्यक्तिगत और सामाजिक परिवर्तन होता है।
इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए विषय है- “वसुधैव कुटुम्बकम- द वर्ल्ड इज वन बिग फैमिली”। यह मानव जाति के बीच साझे मूल्यों और समानताओं पर बल देता है। अच्छाई, कल्याण और टिकाऊ स्वास्थ्य सहित इन सार्वभौमिक सिद्धांतों को प्रोत्साहित कर व्यक्ति एक बेहतर विश्व में योगदान कर सकते हैं। श्रीमती लेखी ने महामारी के दौरान योग तथा सांस लेने की तकनीकों द्वारा दिये गये समर्थन का हवाला देते हुए निवारक स्वास्थ्य सेवा के महत्व को बताया। स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों से योग का एकीकरण दीर्घकालिक कल्याण प्राप्ति में सहायता कर सकता है।
एएसआई के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्सव का उद्देश्य एक एकीकृत वैश्विक दृष्टिकोण तथा व्यक्तियों के बीच सहयोग को प्रोत्साहन देना है। श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने सभी से संवाद करने, एक साथ चलने और एक सामंजस्यपूर्ण विश्व की खोज में सहयोग देने का आग्रह किया, जहां दिल एकजुट होकर धड़कते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान संस्कृति सचिव श्री गोविंद मोहन, संयुक्त सचिव संजुक्ता मुद्गल, एएसआई के महानिदेशक के.के. बासा सहित संस्कृति मंत्रालय तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। संस्कृति मंत्रालय का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भारत की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस जैसे आयोजनों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। योग की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचानकर एएसआई विश्व भर में समाजों के समग्र विकास और सद्भाव में योगदान करने का प्रयास करता है।