पूर्वी नौसेना कमान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया
पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) ने 21 जून 2023 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए सभी छावनियों, इकाइयों और युद्धपोतों पर योग सत्रों का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पूर्वी समुद्र तट पर 13,000 से अधिक नौसेना कर्मियों, रक्षा सुरक्षा दस्तों, रक्षा असैन्य कर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों ने भाग लिया। पूर्वी नौसेना कमान के लिए तैनात किये गए जहाजों पर उपस्थित कर्मियों ने भी समुद्र और पूर्वी तट के विभिन्न बंदरगाहों पर योग सत्र का आयोजन किया। इन योग सत्रों के दौरान भारत सरकार/आयुष मंत्रालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2023 की विषयवस्तु- ‘मानवता के लिए योग’ पर सामान्य योग प्रोटोकॉल का पालन किया गया।
अपनी नियमित तैनाती के हिस्से के रूप में विभिन्न देशों का दौरा करने वाले पूर्वी बेड़े के युद्धपोतों ने योग के लाभों और एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विदेशी बंदरगाहों पर योग सत्र आयोजित किए। आईएनएस शिवालिक ने इंडोनेशिया के जकार्ता में, आईएनएस किल्टन ने बांग्लादेश के चटोग्राम में और आईएनएस सुमित्रा ने थाईलैंड में स्थानीय समुदायों के बीच योग तथा इसके लाभों के बारे में जागरूकता फैलाई।
विशाखापत्तनम में नौसैनिकों, उनके परिवारों और स्कूली बच्चों ने नौसेना डॉकयार्ड, केंद्रीय विद्यालय, मल्कापुरम और सभी आवासीय क्षेत्रों में योग अभ्यास किया, जिसमें ईशा फाउंडेशन द्वारा हठ योग भी शामिल था।
भीमुनिपटनम स्थित कलिंग समुद्र-तट, केंद्रीय विद्यालय और नवल किंडरगार्टन स्कूल में योग सत्र आयोजित किए गए। प्रतिभागियों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत के प्रमुख तत्व के रूप में योग के प्रतीक भारतीय तिरंगे रंग की पोशाक पहनी हुई थी। विशाखापत्तनम में बच्चों के लिए स्फूर्ति अनाथालय, वरिष्ठ नागरिकों के लिए गोल्डेज होम तथा विशेष बच्चों के लिए भी एक स्कूल में योग शिविर आयोजित किए गए।
आईएनएस कट्टाबोम्मन के साथ तमिलनाडु और पुडुचेरी नौसेना क्षेत्र ने सभी नौसैन्य जहाजों व इकाइयों द्वारा सक्रिय भागीदारी देखी। दैनिक जीवन में योग के महत्व पर बल देने के लिए बैनर, पोस्टर और योग चार्ट प्रदर्शित किए गए। चेन्नई में प्रसिद्ध योग एवं कल्याण प्रशिक्षण संस्थान, योग दर्शिनी द्वारा योग सत्र आयोजित किया गया और इसमें नौसेना तथा सीआईएसएफ कर्मियों ने अपने परिवारों के साथ भाग लिया। दूसरी तरफ कट्टाबोम्मन में, सामूहिक योग के करने के अलावा अंबर टॉवर पर 450 मीटर की ऊंचाई पर आसन एवं प्राणायाम भी किए गए। इसके साथ ही, नौसैनिक इकाइयों और स्कूलों में योग से संबंधित प्रचार गतिविधियां जैसे प्रश्नोत्तरी, पोस्टर प्रतियोगिताएं तथा पहेलियां पूछने के सत्र भी आयोजित किए गए।