श्री सर्बानंद सोनोवाल ने चेन्नई से श्रीलंका के लिये भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रूज जलपोत को झंडी दिखाकर रवाना किया
केन्द्रीय, पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने चेन्नई में आज भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रूज जहाज, एमवी एम्प्रेस को चेन्नई से श्रीलंका के लिये झंडी दिखाकर रवाना किया। चेन्नई में इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रूज पर्यटन टर्मिनल की शुरूआत हो गई, जिसे 17.21 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया गया। इसके साथ देश में आधुनिक क्रूज पर्यटन और नौवहन व्यापार का आगाज हो गया। यह शुरूआत पर्यावरण दिवस के मौके पर हुई है, केन्द्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस मौके पर पत्तन अधिकारियों के साथ बंदरगाह में 2,500 पौधे भी लगाये।
केन्द्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ’’प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के उर्जावान नेतृत्व में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय देश में क्रूज पर्यटन विकसित करने और नौवहन व्यापार के अवसरों को मजबूती देने के लिये कई कदम उठा रहा है। हमारे तटीय क्षेत्रों की समृद्ध विरासत और संस्कृति को देखते हुये भारत में समुद्री क्रूज पर्यटन की अपार संभावनायें हैं। आज, चेन्नई और श्रीलंका के बीच पहली क्रूज सेवा की शुरूआत के साथ ही देश में क्रूज पर्यटन क्षेत्र में एक नये अध्याय की शुरूआत हो गई। किफायती और विश्वस्तरीय क्रूज सेवाओं तक पहुंच अब वास्तविकता बन गई है, इसमें लोग आरामदेह, मनोरंजक यात्रा के साथ रोमांचक नजारों का आनंद उठा सकते हैं।’’
यह क्रूज सेवा 2022 में पहले अतुल्य भारत अंतरराष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन के दौरान चेन्नई बंदरगाह और मैसर्स वाटरवेज लीजर टूरिज्म प्रा. लि. के बीच घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रूज सेवा शुरू करने के लिये हुये सहमति ज्ञापन का परिणाम है। घरेलू सर्किट में 37 जलपोतों के जरिये 85,000 यात्रियों ने क्रूज सेवा का लाभ उठाने की जोरदार प्रतिक्रिया दी है, इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर भी यात्रा शुरू होने से क्षेत्र में क्रूज पर्यटन व्यवसाय को और बढ़ावा मिलेगा। चेन्नई बंदरगाह पर विकसित आधुनिक क्रूज टर्मिनल 2,880 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला है जिसकी एक समय में 3,000 यात्रियों की मेजबानी की क्षमता है।
श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आगे कहा, ’’निकट भविष्य में अधिक से अधिक लोगों के क्रूज पर्यटन का अनुभव प्राप्त करने की उम्मीद है, ऐसे में सरकार क्रूज पर्यटन और नौवहन व्यापार वृद्धि और उसके समर्थन के लिये विश्वस्तरीय ढांचागत सुविधायें विकसित करने को पूरी गंभीरता से प्रतिबद्ध है। मुझे यह बताते हुये भी प्रसन्नता हो रही है कि तीन नये अंतरराष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल जल्द तैयार होंगे और 2024 तक काम करने लगेंगे। उम्मीद है कि 2023 में जो क्रूज जहाजों की संख्या 208 है वह 2030 तक बढ़कर 500 और 2047 तक 1100 पहुंच जायेगी। इसके साथ ही क्रूज सेवाओं का लाभ उठाने वाले लोगों की संख्या 2030 में 9.5 लाख से बढ़कर 2047 में 45 लाख तक पहुंच जायेगी। पश्चिमी, दक्षिणी और पूर्वी तटीय भारत में क्रूज सेवाओं के लिये मांग बढ़ाने के उद्देश्य से हम गुजरात तीर्थाटन, प्राकृतिक दर्शनीय यात्रा, आयुर्वेद वेलनेस टूर और विरासत पर्यटन पर काम कर रहे हैं। अंडमान, पुडुचेरी और लक्षद्वीप मार्गों पर नये क्रूज पर्यटन टर्मिनल विकसित करने की योजना पर काम जारी है। हम भारत, थाइलैंड और म्यांमार के बीच आवागमन के लिये नौका मार्ग विकसित करने की संभावनाओं का भी अध्ययन कर रहे हैं।’’
क्रूज सेवा श्रीलंका के तीन बंदरगाहों, हंबनटोटा, त्रिनकोमाली और कनकेकंतूरी तक जायेगी। एमवी एम्प्रेस से यात्रा करने का पैकेज दो रात, तीन रात, चार रात और पांच रात के लिये होगा। समुद्र में यात्रा के दौरान एमवी एम्प्रेस चेन्नई लौटने से पहले श्रीलंका के तीन बंदरगाहों तक जायेगा।