सीएसआईआर- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाया
सीएसआईआर- भारतीय पेट्रोलियम संस्थान, देहरादून ने 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। समारोह का विषय था ‘प्लास्टिक प्रदूषण की रोकथाम’।
सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज (एसडीसी) फाउंडेशन, उत्तराखंड के संस्थापक श्री अनूप नौटियाल कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। सीएसआईआर- आईआईपी के निदेशक द्वारा मुख्य अतिथि के गर्मजोशी से स्वागत किए जाने के साथ ही कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. जी. डी. ठाकरे ने विश्व पर्यावरण दिवस की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की और उसकी पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी।
सीएसआईआर आईआईपी के निदेशक प्रोफेसर आर. प्रदीप कुमार ने अपने स्वागत भाषण में जलवायु परिवर्तन के महत्व और देश में ऊर्जा की मांग एवं आपूर्ति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने उपस्थित लोगों को यह भी बताया कि हमें अपने संसाधनों का विवेकपूर्ण ढंग से उपयोग करने की आवश्यकता है क्योंकि वे खत्म होने के बाद दोबारा हमारे लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अनूप नौटियाल ने ‘प्लास्टिक कचरे के खतरे’ विषय पर विश्व पर्यावरण दिवस व्याख्यान दिया। श्री नौटियाल ने उपस्थित लोगों को बताया कि कोई भी 100 प्रतिशत पूर्ण नहीं है लेकिन हमें अपनी आदतों को बदलने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अपने घरों में सिंगल-यूज यानी एक ही बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने की कोशिश कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमारी सामूहिक सामाजिक जिम्मेदारी है कि हम अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक के उपयोग को कम करने और रोकने के लिए युवाओं, परिवार के सदस्यों और दोस्तों को प्रोत्साहित और शिक्षित करें।
वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉ. सुनील पाठक ने जलवायु घड़ी और उसके महत्व के बारे में जानकारी प्रदान कर उपस्थित लोगों को जागरूक किया। जलवायु परिवर्तन दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती है। एनर्जी स्वराज फाउंडेशन (ईएसएफ) सरकार के अटल इनोवेशन मिशन के सहयोग से आम जनता के बीच जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता फैलाने का इच्छुक है। जलवायु घड़ी लोगों को औसत वैश्विक तापमान में वृद्धि के लिए 1.5 डिग्री सेल्सियस के निशान तक पहुंचने के लिए बचे समय के बारे में चेतावनी देती है। अब वह प्रदर्शन के लिए पूरी तरह तैयार है। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर आयोजित इस समारोह में मंच पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित दर्शकों की मौजूदगी में एक जलवायु घड़ी का अनावरण किया गया। इस घड़ी से पता चला कि महज 6 साल, 47 दिन और 10 घंटे बाद पृथ्वी का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा। वरिष्ठ प्रशासन नियंत्रक श्री अंजुम शर्मा द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ।