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लक्षद्वीप में अगाती द्वीप पर मिशन लाइफ को बढ़ावा देने की एक पहल के अंतर्गत कूड़े को कम करने (घटाना, रीयूज़ करना, रीसायकल करना, रिकवरी और निपटान) पर जोर दिया गया ताकि संवेदनशील इकोसिस्टम के मूल्यों का संरक्षण किया जा सके

लक्षद्वीप में अगाती द्वीप पर मिशन लाइफ को बढ़ावा देने की एक पहल के अंतर्गत कूड़े को कम करने (घटाना, रीयूज़ करना, रीसायकल करना, रिकवरी और निपटान) पर जोर दिया गया ताकि संवेदनशील इकोसिस्टम के मूल्यों का संरक्षण किया जा सके
  • PublishedJune 2, 2023

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय – 01 जून 2023पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने मिशन लाइफ पर जोर देते हुए विश्व पर्यावरण दिवस 2023 मनाने की परिकल्पना की है। माननीय प्रधानमंत्री द्वारा आरंभ की गई लाइफ की अवधारणा का उद्देश्य लोगों को अपनी जीवन शैली में बदलाव लाने के लिए प्रोत्साहित करके, सतत जीवन को बढ़ावा देना और पर्यावरण की सुरक्षा व संरक्षण के लिए संसाधनों के जिम्मेदार और जागरूक उपयोग पर जोर देना है।

पूरे भारत में लाइफ के लिए व्यापक जागरूकता और समर्थन पैदा करने के लिए वर्तमान में मिशन लाइफ के अंतर्गत लोगों को एकजुट करने का एक महीने लंबा अभियान चल रहा है। “संपूर्ण सरकार” और “संपूर्ण समाज” के दृष्टिकोण पर चलते हुए मंत्रालय ने मिशन लाइफ़ के संदेश को चारों तरफ फैलाने के लिए केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों/प्रशासनों, संस्थानों और निजी संगठनों को लामबंद किया है। इस मौजूदा जन अभियान का उद्देश्य 5 जून 2023 को विश्व पर्यावरण दिवस तक लाइफ के बारे में पूरे भारत में एडवोकेसी और जागरूकता को बढ़ाना है।

राष्ट्रीय सतत तटीय प्रबंधन केंद्र (एनसीएससीएम)
मिशन लाइफ़, पर्यावरण के लिए जीवनशैली के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के मौजूदा प्रयास के तहत एनसीएससीएम के स्कूबा डाइवर्स ने लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश में इंसानी बसावट वाले द्वीपों में से एक अगाती द्वीप की प्रवाल भित्तियों में समुद्र तल की सफाई और जागरूकता का अभियान चलाया। भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट से दूर अरब सागर में स्थित इस द्वीप में एक बेहद विविध और जीवंत कोरल रीफ इकोसिस्टम मौजूद है। लक्षद्वीप अत्यधिक पारिस्थितिक और आर्थिक महत्व रखता है और अपने समृद्ध समुद्री जीवन के कारण जैव विविधता का हॉटस्पॉट माना जाता है। इन द्वीपों की प्रवाल भित्तियां विस्तृत मात्रा में जीवों का समर्थन करती हैं जिनमें मछली, घोंघे और अन्य रीढ़रहित प्राणी शामिल हैं। इसे देखने के लिए दुनिया भर के पर्यटक यहां आते हैं। अपने रंगीन मूंगों और विविधता भरे समुद्री जीवन के साथ इन कोरल रीफ की प्राचीन सुंदरता उन्हें स्नोर्केलिंग, स्कूबा डाइविंग और अन्य जल-आधारित मनोरंजक गतिविधियों के लिए बेहद पसंदीदा जगह बनाती है। इन प्रवाल भित्तियों से जुड़ा पर्यटन स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान देता है और रोजगार के अवसर प्रदान करता है। उनके पारिस्थितिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए लक्षद्वीप की प्रवाल भित्तियों की रक्षा और संरक्षण करना बेहद जरूरी है। इन बेशकीमती इकोसिस्टम का अस्तित्व और लंबी अवधि में सेहत सुनिश्चित करने में स्थायी प्रबंधन प्रथाएं, सामुदायिक जुड़ाव और जागरूकता अभियान खासी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि, लक्षद्वीप ने हाल के वर्षों में समुद्री कचरे सहित कई पर्यावरण संबंधी चुनौतियों का सामना किया है।

समुद्री तल की सफाई के इस अभियान में एनसीएससीएम ने अगाती द्वीप की प्रवाल भित्तियों में समुद्री तल की सफाई और संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अम्माथी स्कूबा के साथ भागीदारी की। गोताखोरों ने खाली बोतलों, परित्यक्त, खोए हुए, या फेंक दिए गए मछली पकड़ने के गियर (एएलडीएफजी), रस्सियों, पैकिंग सामग्री, और खाद्य रैपर सहित लगभग 5 किलोग्राम सीफ्लोर कूड़े को बरामद किया। इस जन जागरूकता अभियान का उद्देश्य सामूहिक कार्रवाई और बड़े पैमाने पर सामुदायिक जनभागीदारी के माध्यम से महासागरों के स्वास्थ्य में सुधार करना है। इस आयोजन में भाग लेने वालों ने पर्यावरण की रक्षा के लिए ‘लाइफ’ प्रतिज्ञा में भाग लिया। इस कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दर्शकों को मिशन लाइफ के बारे में बताने के लिए समुद्र तट पर और पानी के नीचे प्लेकार्ड और लाइफ शुभंकर प्रदर्शित किए गए।