केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज असम में 44,703 सफल उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र वितरित किए
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज असम में 44,703 सफल उम्मीदवारों को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले डॉ हिमंता बिस्वा सरमा जी ने कहा था कि हमें असम के युवा को राज्य के विकास की प्रक्रिया से जोड़ना चाहिए और हम 1 लाख स्थानीय युवाओं को सरकारी नौकरी देंगे। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में असम सरकार ने 2 सालों में लगभग 86,000 युवाओं को सरकारी नौकरी दे दी है, अगले कुछ महीनों में 14,000 और नौकरियां देकर राज्य में 1 लाख सरकारी नौकरियां देने के अपने वादे को बहुत जल्द पूरा करेगी।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नवनिर्मित संसद भवन राष्ट्र को 28 मई को समर्पित करने वाले हैं और विपक्ष के लोग उसका बहिष्कार कर ओछी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे देश की जनता चाहती है कि नए भारत की रचना के लिए लोकतंत्र का नया मंदिर बने और उसमें लोकतंत्र को और मजबूत बनाने का चिंतन व चर्चा हो। श्री शाह ने कहा कि देश की जनता ने 2-2 बार पूर्ण बहुमत से नरेन्द्र मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया है, विपक्ष द्वारा इस तरह की ओछी राजनीति जनता के जनादेश का अपमान है।
श्री अमित शाह ने कहा कि जिस असम में युवाओं के हाथों में हथियार होते थे, महीनों तक बंद और कर्फ्यू रहता था, बम धमाके होते थे, उस असम में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास के नए युग की शुरूआत की है, अब यहां के लोग शांति, विकास और भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं। श्री शाह ने कहा कि पहले 42,000 और अब 45,000 सरकारी भर्तियां करने में कई बाधाएं थीं, ऐसे नियम थे जिनके तहत पारदर्शिता के साथ नियुक्ति हो ही नहीं सकती थी, भर्ती के लिए कोई बोर्ड ही नहीं था। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ गरीबों के बच्चों को नौकरी मिलने की व्यवस्था की है, जबकि पहले की सरकारों ने अपने ही लोगों को नौकरी देने का पूरा प्रबंध किया था। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने असम के किसी भी क्षेत्र, जाति और वर्ग के प्रतिभाशाली युवा को बिना किसी रिश्वत के सरकारी नौकरी मिले, ऐसी व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार युवाओं को सरकारी नौकरी मिलना एक प्रकार से भाई-भतीजावाद का अंत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने एक नई और पारदर्शी व्यवस्था शुरू की है जिसके तहत प्रतिभावान को नौकरी मिले, ऐसी व्यवस्था की गई है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हम आज़ादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में हैं और प्रधानमंत्री मोदी ने अमृतकाल में भारत को विश्व में प्रथम स्थान पर पहुंचाने का संकल्प हमें दिया है। उन्होंने कहा कि हम में से बहुत सारे लोग 2047 में आज़ादी की शताब्दी के समय नहीं होंगे, लेकिन आज की युवा पीढ़ी उस वक्त मोदी जी की कल्पना के नए भारत को पूरे विश्व में सर्वप्रथम बनने की साक्षी होगी। श्री शाह ने युवाओं से कहा कि इस नौकरी को उन्हें असम के विकास के माध्यम से भारत के विकास का मंत्र बनाकर पूरा जीवन असम की जनता की सेवा करनी है। उन्होंने कहा कि चाहे कोई भी विभाग हो, वहां गरीब से गरीब व्यक्ति का काम प्रमाणिकता के साथ करके उसे असम के विकास के साथ जोड़ने की ज़िम्मेदारी युवाओं की है।
श्री अमित शाह ने कहा कि पहले की सरकारों के समय हिंसा, उग्रवाद व्याप्त था, लेकिन मोदी सरकार के 9 सालों में हिंसा की घटनों में 67 प्रतिशत, सुरक्षाबलों की मृत्यु में 60 प्रतिशत और नागरिकों की मृत्यु में 83 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में आज असम विकास और शांति के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। श्री शाह ने कहा कि पहले यहां अव्यवस्थाएं थीं और उन्हें व्यवस्था में परिवर्तित करने का काम मोदी जी के नेतृत्व में पहले सर्वानंद सोनोवाल जी और अब हिमंता बिस्वा सरमा जी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने ब्रू, बोडो, कार्बी, असम-मेघालय, असम-अरूणाचल प्रदेश सीमा समझौते किए, AFSPA में 70 प्रतिशत कमी की और विकास के लिए बजट में 300 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि असम की हिमंता बिस्वा सरमा सरकार स्वास्थ्य, सेवा, इन्फ्रास्ट्रक्चर, जनजातीय कल्याण, कानून-व्यवस्था जैसे सभी क्षेत्रों में राज्य को आगे बढ़ा रही है।