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ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ में आयोजित खादी एवं ग्राम विकास योजना वितरण कार्यक्रम में शिरकत की

ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ में आयोजित खादी एवं ग्राम विकास योजना वितरण कार्यक्रम में शिरकत की
  • PublishedMay 16, 2023

केवीआईसी के संभागीय कार्यालय मेरठ द्वारा उत्तर प्रदेश के हापुड़ स्थित गढ़ मुक्तेश्वर तहसील के नानपुर गांव में ग्राम विकास योजना वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने शिरकत की।

इस कार्यक्रम में, हनी मिशन के तहत 30 मधुमक्खी पालकों को मधुमक्खी के 300 बक्से और मधुमक्खी कालोनियां प्रदान की गईं। कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत, 100 कुम्हारों को बिजली से चलने वाले चाक प्रदान किए गए और 75 चमड़े के कारीगरों को जूते की मरम्मत करने वाले टूलकिट दिए गए। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में गढ़ मुक्तेश्वर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री हरेंद्र सिंह तेवतिया उपस्थित रहे।

सभा को संबोधित करते हुए श्री मनोज कुमार ने कहा कि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने के लिए जो मशीनरी और टूलकिट दी जा रही है उसका सभी को उपयोग करना चाहिए और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत दुनिया के सामने स्वयं को एक मजबूत, सक्षम और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में प्रदर्शित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री के ‘स्थानीय से वैश्विक’ भारत के सपने को साकार करने के लिए “मेक इन इंडिया” के साथ-साथ “मेक फॉर द वर्ल्ड” के मंत्र के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

मेरठ में केवीआईसी का मंडल कार्यालय उत्तर प्रदेश के 6 मंडलों के 25 जिलों को कवर करता है। इस कार्यालय में कुल 415 पंजीकृत खादी संस्थान हैं। इन संस्थाओं के माध्यम से 1,03,787 बुनकरों, सूत कातने वालों एवं अन्य कारीगरों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। साल 2022-23 में, खादी संस्थानों ने लगभग 29,996 लाख रुपये के मूल्य की खादी का उत्पादन किया और लगभग 47,385 लाख रुपये की बिक्री की। इसके अलावा, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत, पिछले तीन वर्षों के दौरान 10,960 इकाइयां स्थापित की गई हैं, जिससे लगभग 87,680 लोगों को रोजगार मिला है। वितरण कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार तथा केवीआईसी के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।