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एनईएसटीएस 31 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2022 तक बेंगलुरु में तीन दिवसीय राष्ट्रीय ईएमआरएस सांस्कृतिक उत्सव आयोजित करेगी

एनईएसटीएस 31 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2022 तक बेंगलुरु में तीन दिवसीय राष्ट्रीय ईएमआरएस सांस्कृतिक उत्सव आयोजित करेगी
  • PublishedOctober 31, 2022

जनजातीय कार्य मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त संगठन जनजातीय छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा सोसायटी कर्नाटक के बेंगलुरु में 31 अक्टूबर से 2 नवंबर, 2022 तक राष्ट्रीय ईएमआरएस सांस्कृतिक उत्सव प्रारंभ करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इस कार्यक्रम की मेजबानी आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर में कर्नाटक रेजिडेंशियल एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस सोसायटी (केआरईआईएस) द्वारा की जाएगी। इस अवसर पर जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरुता उपस्थित होंगी।

तीन दिवसीय इस सांस्कृतिक उत्सव में देश भर के 1500 से अधिक एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (ईएमआरएस) के विद्यार्थी भाग लेंगे।

जनजातीय लोगों को मुख्यधारा के साथ जोड़ने और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में विकास के समान अवसरों तक पहुंचने में सहायता की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय प्रत्येक वर्ष ईएमआरएस सांस्कृतिक उत्सव और खेल प्रतियोगिता का आयोजन करता रहा है, जिससे जनजातीय छात्रों को अपनी छिपी हुई प्रतिभा को दिखाने के लिए एक राष्ट्रीय मंच प्रदान किया जा सके। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका आयोजन दो वर्ष बाद किया जा रहा है और कोविड महामारी के कारण इसका आयोजन नहीं हो सका था। यह उत्सव एक भारत, श्रेष्ठ भारत के अनुरूप ईएमआरएस में शिक्षा ग्रहण करने वाले जनजातीय छात्रों के सर्वांगीण विकास को गति देगा, निरंतर सांस्कृतिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करेगा और राष्ट्रीय एकता के माध्यम से विविधता में एकता का जश्न मनाएगा।

एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल (ईएमआरएस) पूरे भारत में भारतीय जनजातीयों (अनुसूचित जनजातीयों) के लिए मॉडल आवासीय विद्यालय के लिए भारत सरकार की एक योजना है। यह भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है और इसे दूरदराज के जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए 1997-98 में प्रारंभ किया गया था।