कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मान से कहा कि इतिहास को चुनिंदा तरीके से, संदर्भ से बाहर न उद्धृत करें
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर : पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि इतिहास को चुनिंदा और संदर्भ से बाहर न उद्धृत करें।
उन्होंने आगे कहा, उन्हें देश और पंजाब के हितों को देखने और उनकी रक्षा करने की प्रतिबद्धता के लिए भगवंत मान जैसे किसी भी व्यक्ति से प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पटियाला जिले में एसवाईएल की आधारशिला रखने के बारे में 1981 का आमंत्रण दिखाने का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय वह पटियाला के सांसद थे और इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं।
उन्होंने कहा, तब से 41 साल बीत चुके हैं और उस समय के तथ्य अब जो हैं उससे काफी अलग थे। उन्होंने मान से कहा, जैसा कि उन्होंने खुद कहा, कि इस तरह के समझौतों की हर 25 साल के बाद विभिन्न कारकों के आधार पर समीक्षा की जानी चाहिए, इसी तरह स्थिति और परिस्थितियां बदल गई हैं, जो तब थीं वोह अब नहीं हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, यही कारण है कि पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने पंजाब के पानी को पड़ोसी राज्यों में जाने से सुरक्षित करने के लिए 2004 में वाटर शेयरिंग एग्रीमेंट (निरसन) अधिनियम बनाया।
उन्होंने कहा, इतिहास राष्ट्र और पंजाब के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का गवाह है, चाहे वह पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए सेना में फिर से शामिल होना हो या ऑपरेशन ब्लूस्टार का विरोध करने के लिए संसद और कांग्रेस से इस्तीफा देना हो।