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पर्यटन उद्योग के लिए जी-20 की अध्‍यक्षता इसलिए है खास, पर्यटन सचिव ने बताई वजह

पर्यटन उद्योग के लिए जी-20 की अध्‍यक्षता इसलिए है खास, पर्यटन सचिव ने बताई वजह
  • PublishedSeptember 21, 2022

धर्मशाला. जी-20 की अध्‍यक्षता देश के साथ-साथ पर्यटन इंडस्‍ट्री के लिए बहुत खास है. कोरोना के बाद बुरी तरह प्रभावित हुए पर्यटन उद्योग के लिए ये अध्‍यक्षता संजीवनी का का काम करेगी. यह बात पर्यटन सचिव अरविंद सिंह हिमाचल के धर्मशाला में चल रही दो दिवसीय पर्यटन मंत्रियों के राष्‍ट्रीय सम्‍मलेन के दौरान कही. उन्‍होंने कहा कि पर्यटन बढ़ने से जहां देश की जीडीपी बढ़ेगी, वहीं रोजगार के खूब अवसर पैदा होंगे.

अरविंद सिंह ने कहा कि कोरोना के बाद पहली बार हम प्रत्‍यक्ष रूप से मिलकर चर्चा करने के लिए एक साथ जुटे हैं. पर्यटन उद्योग को दोबारा से पटरी पर लाना बहुत जरूरी हो गया है. उन्‍होंने कि कहा कि जी-20 की अध्यक्षता भारत में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने का एक बेहतर अवसर प्रदान है. इससे पर्यटन उद्योग पहले से ज्‍यादा ग्रोथ करेगा.

उन्‍होंने बताया कि अगले एक साल में जी20 की देश में 250 कांफ्रेंस कराई जाएंगी. इसमें पर्यटन मंत्रालय की 5 कांफ्रेंस होंगी. इसी तरह अन्‍य मंत्रालय की भी कांफ्रेंस आयोजित की जाएंगी. ये कांफ्रेंस देश के पर्यटन स्‍थलों में आयोजित की जाएंगी, जिससे जी 20 देश से संबंधित अधिकारी देश के पर्यटन स्‍थलों को देख सकेंगे और इसकी चर्चा वे अपने अपने देश में करेंगे. इस विदेशी पर्यटक देश में बढ़ेंगे. निश्‍चित तौर पर इससे पर्यटन उद्योग को बढ़वा मिलेगा
उन्‍होंने बताया कि कुल आबादी की 85 फीसदी जनसंख्‍या जी20 देशों की है. वहीं, कुल जीडीपी की 85 फीसदी जीडीपी इन्‍हीं जी20 देशों की है. इसलिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम काफी कारगर होगा. इससे देश में घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा
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