नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ चंदा कोचर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंजा कसता ही जा रहा है। आज शुक्रवार को ईडी द्वारा चंदा कोचर को फिर से नोटिस दिया गया है जिसके अनुसार उन्हें 10 जून को ईडी के समक्ष पेश होना होगा। बता दें कि, कोचर पर ईडी द्वारा यह शिकंजा 1,875 करोड़ रुपये के विडियोकॉन कर्ज मामले में कसा जा रहा है। बताया जा रहा है कि चंदा कोचर को गुरुवार को ईडी के समक्ष पेश होना था लेकिन वे ऐसा नहीं कर सकीं। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों तथा कुछ निजी कामों के कारण एजेंसी से और समय मांगा था। बता दें कि, वित्तीय जांच एजेंसी चंदा कोचर से पिछले महीने 5 बार पूछताछ कर चुकी है।न्यूज एजेंसी आईएएनएस को ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि साल 2009 से 2011 के बीच आईसीआईसीआई बैंक द्वारा विडियोकॉन ग्रुप को 1,875 करोड़ रुपये का लोन देने में कथित अनियमितता बरतने और भ्रष्ट आचरण के मामले में कोचर से पूछताछ की जा रही है। ईडी का आरोप है कि ICICI बैंक की प्रमुख होने के नाते कोचर ने अपने पति द्वारा संचालित नूपॉवर रिनेवेबल्स लिमिटेड को अवैध रूप से करोड़ों रुपये मुहैया कराए थे।ईडी ने गुरुवार को कहा था कि वह इस धन शोधन मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाएगा जिसमें बैंक के कुछ अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है। आपको बता दें कि, ईडी कोचर दंपति की संपत्तियों के ब्योरे की भी जांज कर रही है जिससे कि धन शोधन कानून के अंतर्गत अस्थायी तौर पर संपत्ती की कुर्की की जा सके।