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G20 वर्चुअल बैठक में सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने लिया हिस्सा, आतंक और हिंसा के खिलाफ एकजुट होने की अपील

G20 वर्चुअल बैठक में सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने लिया हिस्सा, आतंक और हिंसा के खिलाफ एकजुट होने की अपील
  • PublishedNovember 23, 2023

पीएम मोदी की अध्‍यक्षता में 23 नवंबर को G20 शिखर सम्‍मेलन की वर्चुअल बैठक हुई। वर्चुअल शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने विश्व के नेताओं से मानवता के लिए आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी भी संघर्ष में नागरिकों की हत्या पूरी तरह से अस्वीकार्य है। उन्होंने G20 वर्चुअल शिखर सम्मेलन में यह सुनिश्चित किए जाने का भी आग्रह किया कि इजरायल-हमास संघर्ष क्षेत्रीय संघर्ष न बने।

डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए भारत करेगा 2.5 करोड़ डॉलर का सहयोग
पीएम मोदी ने G20 के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में ग्लोबल साउथ की चिंताओं को आगे रखते हुए इन देशों में डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक सोशल इंपैक्ट फंड तैयार करने का प्रस्ताव रखा और घोषणा की कि भारत इसमें 2.5 करोड़ डॉलर का सहयोग करेगा। सितंबर में दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद भारत ने अपनी अध्यक्षता में यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया है।

ग्लोबल साउथ की चिंताओं के दें प्राथमिकता
पीएम ने कहा कि हमें ग्लोबल साउथ की चिंताओं को प्राथमिकता देनी होगी। उन्होंने कहा कि वह उन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं जिनके लिए वह स्वयं जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने इन देशों को सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोग देने की बात कही और उदाहरण के स्वरूप में भारत में लागू की गई आकांक्षी जिला योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि योजना से 25 करोड़ लोगों का जीवन बदल गया है।

डीप फेक ऑडियो-वीडियो पर जताई गंभीरता

पीएम ने डीप फेक यानी आधुनिक डिजिटल तकनीक की मदद से भ्रामक ऑडियो-वीडियो सामग्री तैयार किए जाने की गंभीरता पर प्रकाश डाला और कहा कि हम चाहते हैं कि एआई लोगों तक पहुंचे और यह समाज के लिए सुरक्षित हो। उन्होंने कहा कि अगले महीने भारत ‘ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट’ की मेजबानी करेगा। उन्हें आशा है कि इस पहल को सभी का समर्थन मिलेगा। इ

बंधकों को छोड़े जानें का किया स्वागत
इस दौरान पीएम ने इजरायल हमास संघर्ष में बंधकों को छोड़े जाने की खबरों का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि बाकी बचे बंधकों को भी छोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री ने संघर्ष के बीच मानवीय सहायता की आवश्यकता पर बल दिया और शांति के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ हमें एक बुलंद आवाज बनना होगा। मानवता की हमसे अपेक्षा है कि हम इस दिशा में कदम से कदम मिलाकर चलें।

 

सदस्य देशों ने 7 बिंदुओं पर जताई सहमति
वहीं पीएम मोदी ने G20 वर्चुअल शिखर वार्ता के समापन संबोधन में कहा कि पश्चिम एशिया की चिंताजनक स्थिति के बारे में सदस्य देशों ने सात बिंदुओं पर अपनी सहमति कायम की है। इसमें आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और मानवीय त्रासदी को समाप्त करने पर जोर दिया गया है।

–G20 में अपनी अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित अंतिम प्रमुख कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह विश्व संस्था आतंकवाद और हिंसा की निंदा करती है।

–ताजा घटना क्रम के संबंध में उन्होंने कहा कि मासूम और निर्दोष लोगों विशेषकर महिलाओं और बच्चों की मौत को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

–पीएम मोदी ने कहा कि तीसरा बिंदु यह है कि मानवीय सहायता कारगर और सुरक्षित ढंग से पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि हम अस्थाई संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के संबंध में हुए समझौते का स्वागत करते हैं।

–प्रधानमंत्री ने पश्चिम एशिया की समस्या के स्थाई समाधान के सिलसिले में कहा कि हम दो देशों के अस्तित्व के जरिए स्थाई रूप से संघर्ष का समाधान देखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा यह भी मत है कि क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की बहाली आवश्यक है। अंतिम और सातवें बिंदु के रूप में सहमति बनी की नीति और वार्ता ही राजनीतिक मुद्दों का समाधान करने का एकमात्र रास्ता है। इस संबंध में G20 अपनी ओर से पूरा सहयोग करने के लिए तैयार है।

–भारत की अध्यक्षता में गत सितंबर मास में हुए शिखर सम्मेलन के बाद जारी किए गए नई दिल्ली घोषणा पत्र का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इसमें तय प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ाने के लिए सदस्य देशों ने संकल्प व्यक्त किया है। वर्चुअल शिखर वार्ता में वर्तमान विश्व घटनाक्रम पर नेताओं ने चर्चा की तथा उनके सामाजिक और आर्थिक प्रभावों पर विचार किया।

–प्रधानमंत्री मोदी ने G20 की अध्यक्षता संभालने वाले ब्राजील के राष्ट्रपति को लूला डि सिल्वा को अपनी ओर से शुभकामनाएं दी। इस महीने के अंत में भारत ब्राजील को G20 की विधिवत अध्यक्षता सौंपेगा। भारत ने पिछले वर्ष नवंबर में इंडोनेशिया से G20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी।

–पीएम मोदी ने कहा कि हम खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य सुरक्षा और सतत विकास के साथ ही ग्लोबल साउथ देशों की समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित रखेंगे।

वर्चुअल शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ सहित G20 के सदस्य देशों के नेताओं के साथ आमंत्रित देश के नेताओं ने भी अपने विचार रखे। रूस के राष्ट्रपति पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति सहित अनेक नेताओं ने सम्मेलन को संबोधित किया। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्वयं सम्मेलन में भाग नहीं लिया।